संप्रग-2 सरकार के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर जारी रिपोर्ट कार्ड में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आश्वासन दिया कि सरकार भविष्य में घोटालों को रोकेगी और उच्च अधिकारियों तथा नेताओं के विवेकाधीन और मनमाने ढंग से अधिकार के इस्तेमाल को कम किया जायेगा.
मनमोहन सिंह और सोनिया ने प्रधानमंत्री आवास पर यह रिपोर्ट जारी की. इस मौके पर हुए समारोह में गठबंधन में शामिल दलों और सरकार को बाहर से समर्थन दे रही सपा और राजद जैसी पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया.
रिपोर्ट में मौजूद अपनी संक्षिप्त टिप्पणियों में सोनिया ने कहा कि हम भ्रष्टाचार के मुद्दे से सीधे तौर पर निपटेंगे और शब्दों के बजाय कार्यों से यह साबित करेंगे कि हम जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं.
सोनिया ने पहले भी कहा था कि मुख्यमंत्री अपने विवेकाधीन अधिकारों को खत्म करें या उसमें कटौती करें.
घोटालों के चलते छवि को पहुंचे नुकसान को स्वीकार करते हुए कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने भ्रष्टाचार से सीधे तौर पर निपटने का प्रण किया.
खाद्य वस्तुओं की कीमत के बारे में मनमोहन सिंह ने कहा कि देश खाद्य पदार्थ के लिये बहुत ज्यादा वैश्विक बाजार पर निर्भर नहीं रह सकता.
रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी कहा कि संप्रग सरकार की प्राथमिकता अनिवार्य वस्तुओं की कीमत को किफायती स्तर पर रखते हुए उच्च आर्थिक वृद्धि को सुनिश्चित करना है.
रिपोर्ट में सरकार ने कहा है कि उंची कीमतें अभी भी बड़ी चिंता का कारण बना हुआ है. इसमें खासकर गरीब और कमजोर तबकों के लिये महंगाई को काबू में करने के लिये और कदम उठाने का संकेत दिया गया है.
सरकार ने कहा कि वह विभिन्न कृषि उत्पादों के उच्च उत्पादन के जरिये खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करेगी. साथ ही गरीब एवं कमजोर तबकों पर ईंधन की उंची कीमतों का प्रभाव कम करने के उपाय करेगी.