पौने दो लाख करोड़ रुपए के टेलीकॉम घोटाले का सच तलाश रही सीबीआई को इस खेल में तीन चेहरे नजर आए हैं. इन तीनों ने सरकार की टेलीकॉम पॉलिसी के नाम पर जमकर चांदी काटी. इनमें तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि की बेटी कनिमोझी भी शामिल है.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव नीरा यादव को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने नोएडा में गलत तरीके से भूखण्ड आवंटित करने का दोषी करार देते हुए उन्हें 4 साल कैद की सजा सुनाई थी. नीरा यादव उस समय नोएडा अथॉरिटी की प्रमुख थीं.
चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में स्थित पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की न्यायाधीश निर्मलजीत कौर के आवास पर 15 करोड़ रुपये से भरे एक पैकेट के पहुंचने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया था. यह घटना 13 अगस्त 2008 की है.
1996 में चारा घोटाला के उजागर होने के बाद पटना उच्च न्यायालय की निगरानी पीठ के आदेश से सीबीआई ने घोटाले ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी राबडी देवी के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने के कई मामले दर्ज किए थे.