भाजपा ने केन्द्र में सत्तारूढ़ कांग्रेसनीत संप्रग सरकार पर देश के संघीय ढांचे को कमजोर करने और देश के सांप्रदायिक स्थिति को बिगाड़ने का आरोप लगाया.
गांधीवादी समाजसेवक अन्ना हजारे ने योग गुरु बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर की गई पुलिस कार्रवाई को 'लोकतंत्र का गला घोंटने' की घटना करार दिया है.
समाजसेवी स्वामी अग्निवेश ने भी कहा है कि वे इसका विरोध करेंगे.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बाबा रामदेव के अभियान के खिलाफ हुई कार्रवाई को 'नग्न फांसीवाद' करार दिया.
सरकार की बाबा रामदेव पर की गई कार्रवाई के खिलाफ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सरकार की इस कार्रवाई को जनतंत्र के खिलाफ बताया.
लखनऊ में पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान गडकरी ने कहा, "भ्रष्टाचार और कालेधन के मुद्दे पर शांतिपूर्ण ढंग से अनशन कर रहे बाबा रामदेव और उनके निहत्थे समर्थकों पर पुलिस ने अत्याचार किया। यह सब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया के कहने पर किया गया."
दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के अनशन स्थल पर पुलिस कार्रवाई को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन बताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के लिए देश से माफी मांगे.
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यूपीए सरकार की आलोचना की.
बाबा रामदेव के आंदोलन को बर्बरतापूर्वक कुचले जाने के बाद लोगों ने बाबा का खुलकर समर्थन किया.