फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' के दृश्य कहानी के साथ बुने हुए नहीं लगते, बल्कि लगता है जैसे किसी ने अपने तजुर्बों को सीन्स में ढालकर फिल्म बनाने की कोशिश की है.
खबरों के मुताबिक रोशन ने अपने एक नाटक को फिल्म की शक्ल देने की कोशिश की है और फिल्म देखकर यह लगता भी है.
फिल्म का म्यूजिक साधारण है. ऐंटेना को छोड़कर कोई गाना याद नहीं रहता.
फिल्म ऑलवेज कभी-कभी के निर्माता शाहरुख खान हैं, लेकिन वह इस फिल्म की प्रीमियर पार्टी में शामिल नहीं हुए.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' की प्रीमियर पार्टी में बॉलीवुड सितारों ने जमकर मस्ती की.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' की प्रीमियर पार्टी में बॉलीवुड के जाने माने चेहरे दिखे.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली जोआ मोरानी शाहरूख खान को लंबे अर्से से जानती हैं
स्कूली लाइफ पर बनी फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' में सभी कलाकार नए हैं.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' को शाहरुख खान पहली बार स्वतंत्र रूप से प्रोड्यूस कर रहे हैं.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' में मशहूर रंगकर्मी सत्यदेव दुबे के बेटे सत्जीत दुबे अहम भूमिकाओं में होंगे.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' में लव आजकल की अभिनेत्री जिसेले मोंटेरियो अहम भूमिकाओं में होंगी.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' की कहानी हाई स्कूल छात्रों की समस्याओं और उनके जीवन पर आधारित है.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' से इंवेंट आयोजक करीम मोरानी की बेटी जोआ मोरानी अभिनय जगत में प्रवेश करेंगी.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' में डाइरेक्टर छात्रों का जो दर्द रोशन दिखाना चाहते थे, वो न तो खुद कलाकार महसूस कर पाते है और न ही दर्शक.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' में सीन्स के ब्लॉकिंग्स से लेकर किरदार तक सब नकली लगते हैं.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' ऐसी कहानियां पहले भी हम देख चुके हैं, पर रोशन इसका ट्रीटमेंट तो बेहतर कर सकते थे.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' के डाइरेक्टर रोशन अब्बास की इस फिल्म की स्क्रिप्ट और स्क्रीन प्ले दोनों ही कमजोर हैं.
ऑलवेज कभी-कभी के प्रीमियर पर सितारों की महफिल सजी लेकिन इस फिल्म के निर्माता शाहरुख ही फिल्म के प्रीमियर पर नहीं पहुंचे.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' में बच्चे अपने माता-पिता को बताना चाहते हैं कि उनके अपने भी कुछ सपने हैं और माता-पिता की उम्मीदें उन्हें कुचल रही हैं.
फिल्म 'ऑलवेज कभी कभी' कहानी है स्कूल के उन बच्चों की, जो अपने माता-पिता की महत्वकांक्षाओं से परेशान हैं.