आडवाणी ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा स्थापित ‘नाट्य विद्यालय’ का उद्घाटन करने के बाद एक समारोह में कहा, ‘हिन्दी को लोकप्रिय बनाने और उसका पूरे देश में प्रचार-प्रसार करने में किसी भी अन्य माध्यम की तुलना में ‘सिनेमा’ ने अहम भूमिका का निर्वाह किया है.’
उन्होंने कहा कि बीस साल की उम्र में जब वह विभाजन के बाद कराची से भारत आए, तो उन्हें केवल सिन्धी एवं अंग्रेजी पढ़ना-लिखना आता था और जितनी भी हिन्दी की समझ थी, वह सिनेमा की वजह से थी.
आडवाणी ने कहा कि हालाकि हिन्दी सिनेमा का जन्म गैर हिन्दी भाषी शहर कोलकाता में हुआ, लेकिन वह मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद जैसे गैर हिन्दी भाषी शहरों में ही फला-फूला.
पूर्व उप प्रधानमंत्री ने ‘नाट्य विद्यालय’ प्रबंधन से आग्रह किया कि वह अपने यहां अन्य प्रान्तों के विद्यार्थियों को भी प्रवेश दें, क्योंकि इस समय इसमें मध्यप्रदेश और बिहार के लोगों की ही बहुलता है.