गृहमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र एटीएस के साथ एनआईए, एनएसजी और सीएफएसएल की टीमें घटना की जांच कर रही हैं. इस घटना की जांच में किसी भी विदेशी एजेंसी की मदद नहीं ली गई है.
चिदंबरम ने बताया कि सीरियल बम धमाकों के लिए आतंकियों ने इंप्रोवाइज्ड विस्फोटक डिवाइस (आईईडी) में अमोनियम नाइट्रेट और टाइमर का इस्तेमाल किया.
चिदंबरम ने कहा कि हमें केंद्रीय या राज्य की खुफिया एजेंसियों से पहले से कोई जानकारी नहीं मिली. फिर भी मैं इसे उनकी विफलता नहीं मानता.
गृहमंत्री ने कहा, ‘इस बम ब्लास्ट के लिए किसी एक गुट का नाम लेना जल्दबाजी होगी.’
मुंबई को ही आतंकी बार-बार निशाना क्यों बना रहे हैं? इस सवाल का उन्होंने गोलमोल जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘मुंबई ही नहीं दुनिया के हर हिस्से में आतंकी घटनाएं हो रही हैं. पूरी दुनिया में इसी साल जनवरी में 16, फरवरी में 29, मार्च में 45, अप्रैल में 21 और मई में 28 आतंकी घटनाएं हुई हैं.’
मुंबई ब्लास्ट को लेकर करीब 70 मिनट चली प्रेस कांफ्रेंस में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और अन्य अधिकारी मौजूद थे.
चिदंबरम ने बृहस्पतिवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, ‘पाकिस्तान और अफगानिस्तान आतंक के केंद्र हैं.’
मुंबई में हुए बम धमाकों के दूसरे दिन गृहमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि दुनिया में हमारा देश सबसे अशांत पड़ोसियों से घिरा हुआ है. इसीलिए देश का हर शहर असुरक्षित है.