मुंबई में मिल मजदूरों की सबसे बड़ी रैली निकली है.
इस रैली की खासियत ये है कि इसमें शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे दोनों ही शामिल हो रहे हैं.
रैली में उद्धव ठाकरे भायकला में शामिल हुए.
उद्धव कुछ देर तक मिल मजदूरों के साथ चले.
ये मोर्चा गिरनी कामगार संघर्ष समिति का है.
अगर आप सोच रहे हैं कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे मिल मजदूरों की लड़ाई में मिलकर ताकत झोंकने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं तो ये गलत है.
ये मोर्चा दोनों में से किसी भी पार्टी का नहीं है, इसे गिरनी कामगार संघर्ष समिति निकाल रही है.
अधिकतर मिल मजदूर मुंबई के गिरनगांव इलाके में रहते हैं और ये गिरनगांव इलाका शिवसेना का गढ़ रहा है.
शिवसेना से अलग होने के बाद राज ठाकरे अपने चाचा की पार्टी के इस गढ़ में सेंध लगा चुके हैं.
उद्धव ठाकरे अपनी खोई ताकत वापस हासिल करने की कोशिश में हैं और जैसे ही समिति ने मोर्चा का एलान किया उन्होंने इसमें शामिल होने का एलान कर दिया.
राज ठाकरे भला ऐसे में कैसे चुप रहते, उन्होंने भी मोर्चा में शामिल होने का एलान कर दिया. यानी दोनों चचेरे भाइयों का इरादा राजनीति चमकाने का है.
इस मोर्चे का मकसद है मिल मजदूरों को फ्लैट दिलाना है.
यह रैली जीजामाता उद्यान से शुरू होकर चार किलोमीटर दूर आजाद मैदान पर खत्म हुई.