मुंबई के जूहू तट पर रविवार को एक जहाज फंस गया. जूहू तट पर छह सप्ताह के भीतर जहाज फंसने की यह दूसरी घटना है.
एमवी पवित नाम के मालवाहक जहाज के इंजन में कथित तौर पर खराबी आ गई थी. पिछले कुछ दिनों से अरब सागर में उठे तूफान की वजह से यह तट पर आ फंसा.
भारतीय तटरक्षक के एक अधिकारी ने बताया कि जहाज पर लदे सामान,चालक दल के सदस्यों, ईंधन और अन्य विषयों की अभी भी जांच चल रही है.
जहाजरानी महानिदेशालय और अन्य समुद्री एजेंसियां एक साथ मिलकर जहाज को खींचने की योजना बना रहे हैं.
इसके पहले 17 जून को एक मालवाहक जहाज एमवी विज्डम जूहू तट पर फंस गया था जिसे 15वें दिन 2 जुलाई को पानी में वापस उतारा जा सका.
मालवाहक जहाज के जुहू तट पर पहुंचने का मामला महाराष्ट्र विधानसभा में भी उठा और विपक्ष के सदस्यों ने तटीय सुरक्षा खामियों को लेकर सवाल खड़े किए.
एसबी अग्निहोत्री ने कहा कि देश का आर्थिक क्षेत्र तट से 200 नॉटिकल मील तक फैला है और अगर मानवरहित जहाज अगर प्रति घंटे 2 नॉटिकल मील की गति से चला तो जांच इस बात पर केंद्रित होगी कि भारतीय समुद्री सीमा में 100 घंटे तक रहने के बावजूद वह पकड़ में कैसे नहीं आया.
एसबी अग्निहोत्री ने बताया कि हम अपनी जांच में इस मुद्दे को देखेंगे. उनसे जहाज के पकड़ में नहीं आने को लेकर सुरक्षा खामियों पर सवाल किया गया.
तेलवाहक जहाज एमटी पवित के जुहू तट पर पहुंचने से पहले 100 घंटों तक पकड़ में नहीं आने पर सुरक्षा खामियों को लेकर उठ रहे सवालों पर जहाजरानी महानिदेशालय ने कहा कि वह इसकी जांच करेगा.