महंगाई पर विपक्ष का वार झेल रही सरकार की तरफ से प्रणव मुखर्जी ने कहा कि इस मसले को हल करने के लिए सम्मिलित प्रयास जरूरी है.
संसद में महंगाई पर बहस के बाद इस मुद्दे पर आम राय बनने की उम्मीद है. वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने महंगाई पर विपक्ष के आरोपों के जवाब में लोकसभा में कहा कि महंगाई से निपटने को उपायों को लेकर कई तरह के विचार हो सकते हैं और इसके समाधान के लिए सभी राजनीतिक दलों को मिलकर काम करना होगा.
यूपीए सरकार की नीतियों का बचाव करते हुए प्रणब ने कहा कि यह कहना गलत कि सरकार महंगाई को लेकर संवेदनहीन है.
‘महंगाई रोक नहीं सकते तो गद्दी छोड़ दो.’ लोकसभा में बुधवार को विपक्ष ने इस सख्त आवाज के साथ बेलगाम महंगाई को काबू में करने के लिए सरकार को एक अल्टीमेटम दिया.
प्रणब मुखर्जी के जवाब से असंतुष्ट बसपा और सपा के सदस्यों ने सदन से वॉक आउट किया.
प्रणव मुखर्जी के जवाब के बाद लोकसभा में महंगाई के मसले पर वोटिंग हुई. यशवंत सिन्हा की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव को सदन में 351 सदस्यों ने मंजूर कर लिया जबकि विपक्ष में महज 51 वोट ही पड़े.
विपक्ष ने कहा कि सरकार को सबसे पहले 15 लाख से अधिक कीमत की एसयूवी कारों और मोबाइल टावरों में इस्तेमाल हो रहे डीजल की सब्सिडी बंद कर देनी चाहिए.
प्रणव ने कहा कि सरकार ने समाज तबके को राहत पहुंचाने के लिए कई उपाय किए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को पता है कि महंगाई पर काबू पाने के लिए और उपाय किए जाने जरूरी हैं.
सरकार के मुताबिक सरकार ने खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर (फूड इन्फ्लेशन) 22 फीसदी से 8 फीसदी करने में कामयाबी हासिल की है.
एनडीए सरकार में वित्त मंत्री रह चुके और विपक्ष की तरफ से बुधवार को संसद में महंगाई पर बहस शुरू करने वाले यशवंत सिन्हा की ‘गुडबाय इंडिया’ की टिप्पणी पर जवाबी हमला करते हुए प्रणब ने ‘हेलो इंडिया, गुडबाय वर्ल्ड’ का नारा दिया.
पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों पर प्रणब ने कहा कि यदि दुनियाभर में इनकी कीमतें बढ़ती हैं तो भारत में इन्हें कम नहीं रखा जा सकता है.
जद(यू) अध्यक्ष शरद यादव ने भी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह हर मोर्चे पर विफल रही है.
मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि आतंकियों के मन में सरकार और सुरक्षा बलों का कोई खौफ नहीं है और सरकार इतनी कमजोर है आतंकियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाती है.