अक्टूबर 2010 में दिल्ली में संपन्न राष्ट्रमंडल खेलों में अनियमितताओं पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) रिपोर्ट शुक्रवार को संसद में पेश हो गई. राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में हुई अनियमितताओं में प्रधानमंत्री कार्यालय को संलिप्त करते हुए कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 'गंभीर विरोध' के बावजूद पीएमओ के कहने पर सुरेश कलमाड़ी को आयोजन समिति का प्रमुख नियुक्ति किया गया.
कैग ने संसद में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा कि दिल्ली में सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था के लिये आयातित ल्यूमिनरीज के कारण 31.07 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च के लिये दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को जवाबदेह ठहराया. कैग ने कहा कि इसी तरह सड़कों पर संकेतक लगाने के काम में भी करीब 15 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च हुआ.
रिपोर्ट में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी लपेटते हुए कहा कि दिल्ली की सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था में सुधार और उनके सौंदर्यीकरण के लिये उनकी सक्रिय भागीदारी में कई निर्णय किये गये. लेकिन प्रकाश व्यवस्था के लिये देशी ल्यूमिनरीज की तुलना में आयातित ल्यूमिनरीज कहीं ज्यादा की लागत पर खरीदे गये.
कॉमनवेल्थ घोटालों पर घिरती दिख रही शीला दीक्षित ने केबिनेट की आपात बैठक बुलाई है. हालांकि शीला ने इस बात पर कुछ भी कहने से इनकार किया है. माना जा रहा है कि विपक्ष के दबाव को देखते हुए शीला ने इस मामले पर जवाब देने का विचार किया है. इसके लिए उन्होंने आला अधिकारियों व मंत्रियों की बैठक बुलाई है जिसमें कोई जवाब ढूंढ़ा जा सके.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने तिहाड़ जेल में कैद लोकसभा सांसद और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति के बर्खास्त प्रमुख सुरेश कलमाड़ी की संसद सत्र में भाग लेने की अनुमति संबंधी याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह उनका 'जेल से बाहर खुली हवा में सांस लेने का प्रयास' है.
अदालत ने इस याचिका को लेकर अदालत में दस्तक देने पर कलमाड़ी पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगा दिया. कलमाड़ी की पिछले सत्रों के दौरान 80 से 100 फीसदी उपस्थिति के रिकॉर्ड का संदर्भ देते हुए अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता पहले भी, अपनी सुविधा के मुताबिक संसद सत्रों से अनुपस्थित रह चुके हैं.
उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) ने भारत से अलग होने की अपनी मांग छोड़ दी है. अब वह संविधान के दायरे में समस्या का सामाधान चाहता है. उल्फा ने नई दिल्ली में गृहमंत्री पी. चिदंबरम को अपना मांगपत्र सौंपा. इसमें उसकी भारत से अलग होने की मांग शामिल नहीं थी. हालांकि उल्फा ने राज्य को ज्यादा शक्ति देने के लिए संविधान में संशोधन की मांग जरूर रखी है.
अमेरिका में वित्तीय संकट गहराने से दुनिया भर में एक बार फिर आर्थिक मंदी की आशंका तेज हो गई. इसी अटकलों ने शेयर बाजार को पूरी तरह झकझोर दिया है. यही कारण है कि पिछले एक-दो हप्ते से लगातार गिरावट में चल रहे शेयर बाजार में शुक्रवार को अचानक कहर टूटा पड़ा और शुरुआती कारोबार में ही इसने भारी अंकों का गोता लगा दिया.
अमेरिकी शेयर बाजार में मंदी की आहट के डर से आई गिरावट के असर से भारतीय शेयर बाजार भी अछूता नहीं रहा. शुक्रवार को सेंसेक्स करीब 400 अंकों की गिरावट के साथ खुला. निफ्टी में करीब 125 अंकों की गिरावट रही.
सेंसेक्स 13 माह के निचले स्तर पर आ गया था. इससे पहले सेंसेक्स ने यह स्तर 14 जून, 2010 को देखा था. बाजार में बिकवाली का दबाव बरकरार है. एक समय तो बाजार 700 अंक तक गिर कर 2008 के बाद पहली बार 17000 से नीचे पहुंच गया था. एक अनुमान के मुताबिक इससे निवेशकों के 2,50,000 करोड़ रुपये डूब गए.
बाद में बाज़ार संभला और बीएसई इंडेक्स में सुधार आया, फिर भी वह 387.31 अंक गिरकर 17,305.87 पर जा पहुंचा जबकि निफ्टी में 120.55 की गिरावट आई और वह 5,211.25 पर पहुंच गया.
अपनी ठोस बल्लेबाजी के लिए ‘दीवार’ के नाम से मशहूर सीनियर बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने कहा कि वह इस ठप्पे से अलग हैं जो वर्षों से उनके साथ जुड़ा हुआ है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 बरस से भी अधिक समय बिताने वाले इस 38 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि मैं इससे अलग हूं, मैंने कभी इसके बारे में नहीं सोचा. मैं खुद के दीवार होने के बारे में नहीं सोचता.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का अमेरिका के एक अस्पताल में सफल ऑपरेशन हो गया और उनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता जनार्दन द्विवेद्वी ने शुक्रवार को कहा कि ऑपरेशन हो गया है और वह तेजी से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रही हैं.