अन्ना के समर्थन में आईआईटी छात्रों समेत सैकड़ों लोगों ने कैंडल मार्च निकाला.
नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट और जंतर मंतर पर अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में मार्च निकाला गया.
करीब 5000 की संख्या में लोगों का हुजूम इंडिया गेट पर उमड़ा.
लोगों ने इंडिया गेट पर कैंडल मार्च किया.
इंडिया गेट पर इक्टठा लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और अन्ना हजारे की रिहाई की मांग की.
दिल्ली में इंडिया गेट के अलावा भी कई जगहों पर कैंडिल मार्च किया गया.
देश भर में कई जगह रैली, धरना और प्रदर्शन किया गया.
अन्ना हज़ारे को हिरासत में लिये जाने के विरोध में उनके समर्थकों ने देश भर के विभिन्न शहरों में अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया.
मजबूत लोकपाल विधेयक के लिए आमरण अनशन से पहले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की दिल्ली में हुई गिरफ्तारी का वाराणसी में भी विरोध हुआ. जिला प्रशासन का कहना है कि विरोध प्रदर्शनों के बीच कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और किसी भी प्रदर्शनकारी की गिरफ्तारी नहीं की गयी.
वाराणसी के अपर जिलाधिकारी (नगर) मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि यूपी बार एसोसिएशन के आह्वान पर प्रदेश के अन्य जिलों की भांति वाराणसी में भी वकीलों ने अन्ना के समर्थन में हड़ताल की और कचहरी परिसर में जुलूस निकालकर न्यायिक कार्यों से स्वयं को अलग रखा. फिलहाल जहां भी धरना प्रदर्शन किये गये वहां किसी की गिरफ्तारी की नौबत नहीं आई.
वाराणसी के जिला मुख्यालय स्थित डीएम पोर्टिको पर सैकड़ों अन्ना समर्थकों व कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया.
इसी प्रकार वाराणसी में मजदा सिनेमा के निकट कुछ कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार का पुतला फूंका तो मैदागिन क्षेत्र में कुछ युवकों ने तिरंगा के साथ अन्ना के समर्थन में जुलूस निकाला.
अन्ना हजारे को 16 अगस्त की सुबह दिल्ली से गिरफ्तार किया गया.
अन्ना की गिरफ्तारी दिल्ली स्थित मयूर विहार इलाके से की गई.
इसके बाद उन्हें 7 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
अन्ना के साथ उनके सहयोगियों को भी हिरासत में लिया गया.
दिल्ली में एम्स के डॉक्टरों ने भी अन्ना की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया.
लोगों ने अन्ना की गिरफ्तारी के खिलाफ शांति मार्च का आयोजन किया.
दिल्ली के इंडिया गेट पर अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरोध में लोग एकजुट हुए.
लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाये और अन्ना की रिहाई की अविलंब मांग की.
लोकपाल बिल को लेकर अन्ना हजारे के अनशन से पूर्व ही दिल्ली पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार किए जाने के विरोध में फरीदाबाद में विपक्षी पार्टियों के युवा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए और उन्होंने शांति मार्च निकालकर धरना-प्रदर्शन किया.
भाजपा, इनेलो व हजकां के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शांति मार्च निकाला और कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर राजनैतिक दलों के युवा नेताओं ने एकजुट होकर कांग्रेस सरकार पर हिटलरशाही रवैया अपनाने का आरोप लागाते हुए देश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की.
इस दौरान बी. के. चौक पर सड़कों पर बैठकर युवा कार्यकर्ताओं ने अन्ना हजारे के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की.
उधर, भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ जंतर-मंतर से विरोध प्रदर्शन मार्च कर रहे भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को ऐहतियातन हिरासत में भी ले लिया गया. ये कार्यकर्ता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एम वैंकेया नायडू की अगुवाई में प्रदर्शन कर रहे थे.
अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में जंतर-मंतर पर भारतीय जनता पार्टी अमृतसर से भाजपा सांसद नवजोत सिद्धू, पूर्व सांसद विजय कुमार मल्होत्रा और पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भी भाग लिया. प्रदर्शनकारियों को कुछ समय हिरासत में रख कर रिहा कर दिया गया.