अन्ना हजारे को प्रस्तावित अनशन से पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया जिसके बाद अन्ना के समर्थक तिहाड़ के बाहर इकट्ठा हो गए.
अन्ना हजारे के समर्थक तिहाड़ जेल के बाहर रातभर धरने पर बैठे रहे और अन्ना के समर्थन में नारे लगाते रहे.
हालांकि सरकार ने मंगलवार की रात ही अन्ना को रिहा कर दिया था लेकिन अन्ना जेल से बाहर नहीं आए.
अन्ना हजारे ने सरकार के सामने शर्त रखी है कि उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाए और जेपी पार्क में अनशन की इजाजत दी जाए.
तिहाड़ जेल के बाहर मोमबत्तियां जलाकर अन्ना का समर्थन करते लोग.
अन्ना हज़ारे ने तिहाड़ जेल से रिहा होने से इनकार कर देने के बाद गांधीवादी कार्यकर्ता के अनशन को लेकर जारी घटनाक्रमों ने आज रात नाटकीय मोड़ ले लिया.
दिल्ली पुलिस ने न्यायिक हिरासत में रखे गये हज़ारे की रिहाई के लिये देर शाम तिहाड़ जेल में रिहाई वॉरंट भेज दिये. लेकिन रात करीब 10 बजे हज़ारे ने यह कहकर रिहा होने से इनकार कर दिया कि उन्हें सशर्त रिहाई मंजूर नहीं है.
हज़ारे की साथी कार्यकर्ता किरण बेदी ने कहा, ‘अन्ना ने जेल से बाहर आने से इनकार कर दिया है. अगर प्रस्तावित अनशन के लिये शर्तें नहीं हटायी गयीं तो वह बाहर नहीं आयेंगे. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह शर्तो के साथ रिहाई स्वीकार नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि हज़ारे इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उन्हें बिना शर्त जयप्रकाश नारायण पार्क या जंतर मंतर जैसे किसी स्थान पर अनशन की अनुमति दी जाये.
हज़ारे ने जेपी पार्क जाकर निषेधाज्ञा का उल्लंघन नहीं करने के दिल्ली पुलिस के अनुरोध को ठुकरा दिया था. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
हज़ारे और साथियों को रिहा करने के लिये तिहाड़ जेल के अधिकारियों को रिहाई वॉरंट भेजने के बारे में दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि यह समझा जाता है कि सरकार इस निष्कर्ष पर पहुंची कि हज़ारे को जेल में रखने से बेवजह कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्या उत्पन्न होगी.
जेल सूत्रों ने बताया कि हज़ारे ने आहार लेने से इनकार कर दिया है.
किरण बेदी ने भी इसकी पुष्टि की, ‘इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हज़ारे अपना अनशन जारी रखेंगे. वह उसी स्थान (जयप्रकाश नारायण पार्क) पर जाने पर जोर देंगे.’ सुबह साढ़े सात बजे से जारी नाटकीय घटनाक्रम रात तक जारी रहे.