लेकिन सिर्फ सात दिनों के लिए. साथ ही ये भी कहा गया है कि 25 हजार से ज्यादा लोग वहां ना जुटें. हालांकि, ये विकल्प खुला रखा गया है कि अनशन की समय सीमा बढ़ाई जा सकती है.
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने रामलीला मैदान की मंजूरी दे दी है.
इस बीच सरकार ने अन्ना के समक्ष रामलीला मैदान में अनशन का प्रस्ताव रखा है.
लोग सुबह से ही तिहाड़ जेल के बाहर अन्ना के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘अन्ना मजबूत लोकपाल के लिये लड़ रहे हैं और उनका सपना साकार होगा.
रामदेव ने हज़ारे के समर्थकों से कहा कि हज़ारे की गिरफ्तारी ‘लोकतंत्र के नाम पर एक साजिश थी.’
राष्ट्रपति भवन के बाद रामदेव सीधे तिहाड़ जेल पहुंचे. किरण बेदी, स्वामी अग्निवेश और मेधा पाटकर पहले से वहां मौजूद थे.
लेकिन योगगुरु ने आज हज़ारे के प्रति एकजुटता दर्शाने के लिये राष्ट्रपति से मुलाकात की और उनसे गांधीवादी कार्यकर्ता की बिना शर्त रिहाई के लिये मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की.
हिंदुत्ववादियों के साथ अपने रिश्तों के चलते रामदेव के हज़ारे और उनके समर्थकों के साथ मतभेद रहे हैं.
रामदेव ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मुलाकात कर उन्हें हज़ारे के खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध स्वरूप ज्ञापन भी सौंपा.
इससे पहले श्री श्री रविशंकर ने रात को भी तिहाड़ जाने का प्रयास किया था तब जेल प्रशासन ने उनको अंदर नहीं जाने दिया था.
तिहाड़ जेल के बाहर लोगों को संबोधित करते टीम अन्ना के सदस्य और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण.
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर और योगगुरु बाबा रामदेव अन्ना हज़ारे को समर्थन देने के लिये तिहाड़ जेल के बाहर हो रहे विरोध प्रदर्शन में आज दोपहर शामिल हो गये.
अन्ना हजारे के साथ तिहाड़ में साथ बैठे आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर.