अन्ना के गिरफ्तारी के बाद जिस तरह देश की सड़कों पर प्रदर्शन चल रहा है उसकी हम पल-पल की खबर देते आ रहे हैं. हमें आपकी प्रतिक्रियाएं और आपकी भेजी तस्वीरें भी लगातार मिल रही हैं. आपकी भेजी चुनिंदा तस्वीरों को हम यहां पेश कर रहे हैं. यह तस्वीर है आईआईटी रूड़की की जहां हजारों छात्रों ने अन्ना के समर्थन में कैंडिल मार्च किया.
इंदौर में लोगों ने अन्ना के समर्थन में जुलूस निकाला.
लोगों के हाथों में तिरंगा लहरा रहा था और उन्होंने ‘मैं अन्ना हजारे हूं’ लिखी गांधी टोपियां पहन रखी थीं.
इन लोगों ने लगातार नारे लगाए और जनलोकपाल की मांग वाले पोस्टर और बैनर भी लहराये.
मनोज कुमार दिल्ली से लिखते हैं, ‘यह पहली बार इस तरह के जनआंदोलन में मैं शामिल हुआ और इस दौरान मुझे भारतीय होने पर गर्व का अहसास होता रहा. मैं लोगों से अन्ना को उनके इस धर्मयुद्ध में साथ देने की अपील करता हूं.’
पूरे देश ने अन्ना के साथ एकजुटता दिखाई है.
अन्ना भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कर रहे हैं और लोग अपनी मजबूरियों को त्याग कर उनके साथ एकजुट हो रहे हैं.
लोगों का हुजूम अन्ना के समर्थन में लगातार बढ़ता जा रहा है.
ये तस्वीरें हैं कर्नाटक के हुबली में अन्ना समर्थकों के प्रदर्शन की.
कर्नाटक के हुबली में भी अन्ना के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरे.
हुबली में अन्ना समर्थकों ने गिरफ्तारियां भी दी.
बारिश की परवाह किए बगैर लोगों ने अन्ना के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन किया.
युवाओं के हाथों में इस दौरान ‘अन्ना तुम संघर्ष करों हम तुम्हारे साथ हैं’ जैसी तख्तियां देखने को मिली.
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों और पंतों के लोगों ने अन्ना के समर्थन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.
अन्ना के समर्थकों ने गिरफ्तारियां भी दी.
भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति की वजह से पुलिस ने एहतियातन लोगों को गिरफ्तार किया. हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया.
अन्ना के समर्थन और सरकार के विरोध में लोगों ने तख्तियों पर यह भी लिखा की केवल लोकपाल विधेयक से बात नहीं बनेगी.
यह लोकपाल बिल जनलोकपाल होना चाहिए न कि ‘जोकपाल’ हो. हमारे इस पाठक ने अपना नाम नहीं भेजा है.
महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में अन्ना के समर्थन में लोग सड़कों पर उतर आए. यहां लोगों ने कैंडिल मार्च का आयोजन किया.
अन्ना की आंधी अब गांव-गांव तक पहुंच गई है छोटे-छोटे गांव के लोग जनलोकपाल के समर्थन में अन्ना के साथ आ रहे है और आन्दोलन के समर्थन में प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं.
अन्ना के समर्थन में मध्य प्रदेश के कटनी की तहसील बरही में लोग अनशन पर बैठे है.
देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने और जनलोकपाल विधेयक को बनाने के लिए संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को गिरफ्तार करने के विरोध में देशभर में सड़कों पर निकल आई जनता.
बाड़ी में अन्ना की गिरफ्तारी के विरोध में सड़कों पर ना सिर्फ युवा और महिलाएं निकल पड़ी हैं बल्कि इस विरोध मार्च में बच्चे भी छोटी छोटी टोलियां बनाकर निकल पड़े हैं.
भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने भी पैदल मार्च किया और अन्ना के समर्थन में नारे लगाए.
भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों का यह प्रदर्शन देखते ही देखते विशाल जुलूस की शक्ल लेता चला गया. इस विरोध प्रदर्शन में सरकार को चेतावनी दी गई कि अन्ना को बिना शर्त आमरण अनशन करने दिया जाये नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतना होगा.
विरोध प्रदर्शन में तारा चंद, श्रीनिवास, मनीष, जितेन्द्र, रवि, अविनास सौंआ, सरवन वर्मा, मधुसूदन दुवे, अनिल गोयल, सत्येन्द्र परमार, भगवानदास बंसल, गयाप्रसाद सौंआ वाले, बैजनाथ गुर्जर, रामनिवास गुर्जर, महेश शर्मा, रमेश सिवहरे, डा. रामविलास, डा. शिवदयाल मंगल, सुनील, प्रदीप, गिर्राज शर्मा, मदन समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए.
मुंबई के के जे सोमैया कॉलेज ऑफ आर्ट्स एण्ड कॉमर्स के छात्रों ने अन्ना हजारे के समर्थन में अपनी क्लासेज बंक की.
हालांकि इसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के देशव्यापी कॉलेज बंद से जोड़ कर देखा जा रहा है.
इस दौरान मुंबई के कई कॉलेजों में विद्यार्थियों ने कॉलेज की कक्षायें अटेंड नहीं किया.
छात्रों ने इस दौरान लगातार ‘हम भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं’ और ‘करप्शन रोको, देश बचाओ’ का नारा लगाया.