अन्ना हजारे और सरकार के बीच पिछले तीन दिन से मध्यस्थता के प्रयास कर रहे आध्यात्मिक संत भय्यू महाराज ने बातचीत के लिए सरकार का 11 सूत्री फार्मूला हजारे को सौंपा.
इससे पहले सोमवार देर रात भी वह अपने सहयोगियों के साथ रामलीला मैदान पहुंचे थे, लेकिन हजारे के आराम करने के चलते उन्होंने सुबह यह प्रस्ताव सौंपने का फैसला किया.
भय्यू महाराज के एक सहयोगी ने बताया कि हम सुबह सरकार का 11 सूत्री फार्मूला अंग्रेजी के अलावा मराठी भाषा में भी हजारे को सौंप कर आए हैं. वह अभी इस पर विचार कर रहे हैं. इस बारे में हजारे पक्ष की राय बाद में पता चलेगी.
इस बीच हजारे की सेहत थोड़ी गिर गई है और अनशन के आठवें दिन उनका वजन पांच किलो 600 ग्राम कम हो गया है.
उनके स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक उनका रक्तचाप मंगलवार सुबह 124 और 82 मापा गया.
उनके मूत्र में कीटोन की मात्रा पाई गई है और चिकित्सकों ने उन्हें ज्यादा बात नहीं करने और आराम करते रहने की सलाह दी है.
कैलाश खेर भी अन्ना टोपी में दिखे.
अन्ना के समर्थन में आगे आए गायक कैलाश खेर ने गीत गाकर लोगों को प्रोत्साहित किया.
गायक कैलाश खेर ने अन्ना के चरण छूकर उनके आर्शीवाद लिए.
अन्ना हजारे टीम की ओर से बढ़े दबाव के बीच सरकार ने लोकपाल विधेयक पर चर्चा के लिए बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. बैठक का मकसद इस मुद्दे के समाधान का कोई रास्ता निकालना है.
सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को मंगलवार दिन में 3.30 बजे बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक हजारे और उनके सहयोगियों की कुछ मांगों पर फैसला करने से पहले व्यापक राजनीतिक सहमति बनाने की जरूरत है.
इससे जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज लोकपाल विधेयक पर संसद की स्थायी समिति के प्रमुख अभिषेक मनु सिंघवी के साथ एक विस्तृत बैठक की है.
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री और सिंघवी के बीच हुई बैठक में लोकपाल को लेकर चल रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए कई विकल्पों पर चर्चा की गई.
उल्लेखनीय है कि हजारे के अनशन को मंगलवार को आठ दिन हो गए.
इससे पहले कांग्रेस सांसद प्रवीण सिंह एरन हजारे के जन लोकपाल की एक प्रति विचार के लिए स्थायी समिति को सौंप चुके हैं.
टीम अन्ना ने मांग की कि सरकार लोकपाल के मुद्दे पर राजनीतिक वार्ता शुरू करने के लिए किसी की आधिकारिक तौर पर नियुक्ति करे.
टीम ने यह भी कहा कि सरकार या तो सरकारी विधेयक को वापस ले या फिर इसमें जन लोकपाल विधेयक के प्रावधानों को शामिल कर संशोधन करे.
टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा ‘सरकार को किसी की आधिकारिक तौर पर नियुक्ति करनी चाहिए. हम राजनीतिक वार्ता का इंतजार कर रहे हैं.
आज राजनीतिक वार्ता की आवश्यकता है. यह कोई तकनीकी मुद्दा नहीं है. यह कोई नौकरशाही संबंधी मुद्दा नहीं है. यह एक राजनीतिक समस्या है.’ उन्होंने कहा ‘यह कहने की बजाय राजनीतिक समधान की जरूरत है कि जाइये और अपना मामला स्थाई समिति के समक्ष रखिए. यह कोई रास्ता नहीं है.
केजरीवाल ने कहा कि आधिकारिक तौर पर उन्हें सरकार से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है.
अन्ना के समर्थन में टीवी कलाकार रोहित रॉय भी आगे आए.
कई प्रस्तावों पर बात किए जाने के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा ‘दो विकल्प हैं. सरकार अपना विधेयक वापस ले और जन लोकपाल विधेयक पेश करे या फिर सरकार मौजूदा विधेयक में संशोधन करे.
सरकार को उन बिन्दुओं की सूची बनानी चाहिए जिन पर वह सहमत या असहमत है.’
केजरीवाल ने हालांकि कहा कि अन्ना हजारे इस बात पर नहीं अड़े हैं कि वह सिर्फ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या फिर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से ही बात करेंगे.
राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, शहरी विकास मंत्री कमलनाथ, दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, भाजपा प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी और कई सांसदों के आवासों के बाहर प्रदर्शन हुए.
जनलोकपाल विधेयक को लेकर अनशन पर बैठे गांधीवादी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन का केन्द्र बने रामलीला मैदान में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही.
इस मौके पर हजारे पक्ष के सदस्य मनीष सिसौदिया, अरविंद गौड़ और कुछ अन्य सदस्यों ने मंच पर दिया जलाया और भगवान कृष्ण की जय-जयकार की.
इस दौरान वहां मौजूद कार्यकर्ताओं तथा अन्य समर्थकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और कृष्ण की जय- जयकार की.
इस बीच पूरे देश से नेताओं के घर के बाहर लोगों के धरना प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं.
चंडीगढ़ में बंसल के घर के सामने हजारे समर्थकों द्वारा प्रदर्शन किए जाने के कुछ घंटों बाद ही अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने निषेधाज्ञा लागू कर दी.
जन लोकपाल विधेयक और अन्ना हजारे का समर्थन कर रहे कार्यकर्ताओं ने गोवा के मुख्यमंत्री दिगंबर कामत के आवास के सामने प्रदर्शन किया और अपनी गिरफ्तारियां दी.
अन्ना हजारे के आह्वान पर अमल करते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय उर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे के शोलापुर स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन किया.
अन्ना समर्थकों ने दिल्ली में आडवाणी के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.