विनोद ने हमें यह फोटो अमेरिका से भेजी है वहां पर भी अन्ना के समर्थन आगे आए बच्चे.
विनोद द्वारा भेजी गई इस फोटो में अमेरिका में बसे लोगों ने किया अन्ना का समर्थन.
अन्ना को देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी मिल रहा है भारी समर्थन.
अमेरिका में अन्ना के समर्थन में निकाली गई रैली में दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास खड़े लोग.
77 फीसदी जनता की राय में मजबूत लोकपाल के लिए अन्ना हजारे का अनशन करना सही है, 77 फीसदी जनता अन्ना के अनशन को समर्थन करती है, अन्ना के अनशन को समर्थन नहीं देने वाले सिर्फ 13 फीसदी हैं जबकि 10 फीसदी लोगों ने कोई राय नहीं दी.
देश की जनता का जवाब यह है कि सिर्फ 18 फीसदी लोग ही मानते हैं उनके चुने गए प्रतिनिधि य़ानी देश की सर्वोच्च संस्था में बैठने वाले सांसद देश की जनता का मत व्यक्त करते हैं. 67 फीसदी लोगों की राय में अन्ना हजारे की मांग जनता की मांग है. अन्ना हजारे जनता की मांग की सही नुमाइंदगी करते हैं.
आजतक-ओरआरजी के सर्वे के मुताबिक देश अन्ना के साथ है, लेकिन सबसे खास बात ये है कि देश की युवा ताकत जिनके कंधों पर देश का भविष्य है, आने वाले दिनों में जो देश की बागडोर संभालेंगे वो भी अन्ना के साथ हैं.
देश की 75 फीसदी जनता की राय है कि प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में होना चाहिए? सिर्फ 18 फीसदी जनता ने कहा नहीं और 7 फीसदी जनता ने कहा मालूम नहीं
सवाल कई हैं औऱ देश की जनता ने हर सवाल पर खुलकर जवाब दिए हैं. पीएम लोकपाल के दायरे में हों या नहीं, हाय़र ज्यूडिशियरी लोकपाल के दायरे में हो या नहीं? इन सवालों पर देश अन्ना के साथ है या सरकार के साथ.
आजतक-ओआरजी के इस सर्वे में देश के 10 बड़े शहरों में जनता की राय ली गई है और कुल 4012 लोगों की राय लेने के बाद नतीजे तैयार किए गए हैं.
देश की जनता के सामने रखे लोकपाल और भ्रष्टाचार के खात्मे के मसले से जुड़े तमाम सवाल. ये सर्वे हाल ही में किया गया है.
आजतक-ओआरजी सर्वे में अन्ना हजारे व उनके जनलोकपाल के बारे में लोगों ने बेबाकी से अपनी राय रखी है.
सर्वे में शामिल 75 फीसदी लोग चाहते हैं कि प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में आना चाहिए.
केंद्र सरकार के नुमाइंदों की नींद उड़ा देने वाले अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार हटाओ अभियान को शहर में भी व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है.