गुजरात में मोदी के उपवास के एलान के बाद कांगेस के शंकर सिंह वाघेला ने भी उपवास का एलान किया है.
शंकर सिंह वाघेला साबरमती में तीन दिन के अनशन पर बैठे हैं.
वाघेला ने मोदी अनशन को स्टंट बताया है.
शायद पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री ने राज्य के दायरे से बाहर निकलकर देश के नाम चिट्ठी लिखी है...गुजरात विधानसभा चुनाव से करीब साल भर पहले अपना तीन दिन का कार्यक्रम शुरू करते हुए नरेंद्र भाई मोदी ने देश से कहा है कि वे एकता, सदभाव और भाईचारे के लिए उपवास कर रहे हैं.
उपवास को लेकर गुजरात में एक नई सियासत खड़ी हो गई है. नरेंद्र मोदी ने उपवास का एलान किया तो कांग्रेस की तरफ से शंकर सिंह बघेला भी उठ खड़े हुए.
एलान ये कि वो मोदी से ज्यादा दिनों तक उपवास करेंगे. आध्यात्मिक गुरु श्रीश्रीरविशंकर उपवास की इस राजनीति को गलत बताते हैं. उन्होंने कहा है कि उपवास मन की शुद्धि के होता है ना कि अपने अहंकार को दबाने के लिए.
नरेंद्र मोदी उपवास पर बैठते, इससे पहले उन्होंने अपनी मां का आशीर्वाद लिया. अपने आवास से निकलकर मोदी अपनी मां के घर गए. सुबह सात बजे का वक्त था.
लेकिन सबसे अहम पल रहा वो, जब मां ने बेटे के हाथों में दिया रामचरित मानस. मोदी ने मां का आशीर्वाद पाया और निकल पड़े उपवास के लिए. लेकिन सवाल ये कि क्या मां को ये पता था कि आज बेटा पहले उनका आशीर्वाद लेने आएगा.
शायद पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री ने राज्य के दायरे से बाहर निकलकर देश के नाम चिट्ठी लिखी है...गुजरात विधानसभा चुनाव से करीब साल भर पहले अपना तीन दिन का कार्यक्रम शुरू करते हुए नरेंद्र भाई मोदी ने देश से कहा है कि वे एकता, सदभाव और भाईचारे के लिए उपवास कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट एक फैसला देता है और मोदी राहत महसूस करते हैं...अमेरिका से एक रिपोर्ट आती है और मोदी खुशी से फूलने लगते हैं... मोदी सूबे की सरहद से बाहर निकलकर देश के नाम संदेश देते हैं...दरअसल, नरेंद्र भाई मोदी के विरोधी ये मानने को तैयार नहीं हैं कि वे अपना उपवास सदभावना की खातिर कर रहे हैं...कहा जा रहा है कि उपवास एक बहाना है...और निशाना तो कहीं और है.
नरेंद्र मोदी का उपवास सद्भावना के लिए है. और इस एलान की छाप मोदी के उपवास की जगह पर दिख भी रही है. गुजरात के वक्फ बोर्ड ने मोदी के उपवास को समर्थन दिया है.