अभिनव बिंद्रा ने युवाओं को सफलता के लिए इंतजार करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि सफलता अचानक ही नहीं मिलती और इसे पाने का आसान तरीका नहीं होता. हालांकि उन्होंने यह भी माना कि सफलता आपके लिए प्रेरणादायक साबित होती है.
अभिनव बिंद्रा ने कहा कि मेरा ध्यान हमेशा ही सर्वश्रेष्ठ करने पर होता था साथ ही सीखने की इच्छा और कठिन परिश्रम, इन तीन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देकर मैंने सफलता पाई.
अभिनव बिंद्रा ने कहा, 'खेल में सफल होने के लिए सिर्फ 1 फीसदी प्रेरणा और बाकी 99 फीसद कठिन परिश्रम की जरूरत होती है और भारत में सभी खेलों का भविष्य उज्जवल है.'
शूटिंग के प्रति अपने प्यार को दर्शाते हुए अभिनव बिंद्रा ने कहा कि मुझे इस खेल से प्यार है और मेरा सबसे अहम प्रितद्वंदी खुद मैं हूं. पूरी जिंदगी मैं यही चाहता था कि मेरा भविष्य मेरे हाथ में हो.
2008 चीन ओलंपिक में शूटिंग इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव ने कहा कि अगर इंसान बार-बार एक ही चीज करता है तो समय के साथ सफलता के अर्थ बदलने लगते हैं.
अभिनव बिंद्रा ने युवाओं को सफलता के लिए इंतजार करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि सफलता अचानक ही नहीं मिलती और इसे पाने का आसान तरीका नहीं होता. हालांकि उन्होंने यह भी माना कि सफलता आपके लिए प्रेरणादायक साबित होती है.
अभिनव बिंद्रा ने अपनी सफलता का श्रेय कठिन परिश्रम, एकाग्रता और दृष्टिकोण को दिया. उन्होंने कहा कि एकाग्रता को जिंदा रखने के लिए मुश्किल परिस्थितियों से जूझना जरूरी है साथ ही परिश्रम करने से पीछे नहीं हटना चाहिए.
इंडिया टुडे माइंड रॉक्स यूथ समिट 2011 में ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता और देश के बेहतरीन शूटर अभिनव बिंद्रा ने युवाओं को संबोधित किया.