चेतन भगत की नई किताब रिवोल्यूशन 2020 जल्द ही मार्केट में आ जाएगी. इस किताब की टेगलाइन है. लव..करप्शन और एम्बीशन.
प्रशंसकों द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए चेतन ने कहा कि वे कभी बूकर पुरस्कार जीतने में कामयाब नहीं होंगे पर दिल जरूर जीतेंगे.
प्रधानमंत्री के गठबंधन राजनीति की मजबूरी वाले बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चेतन भगत ने कहा, 'प्रधानमंत्री का यह बयान बहुत ही अजीब था. तो क्या गठबधन की राजनीति के नाम पर सच के साथ समझौता किया जाए ?'
जनलोकपाल बिल पर अपना मत देते हुए उन्होने कहा, 'यह एक अच्छा बिल है यदि इसका सही मसौदा तैयार किया गया. मैं सरकारी और सिविल सोसाइटी के बिल के बीच में तुलना नहीं करूंगा.'
जनलोकपाल बिल को लेकर 74 वर्षीय अन्ना हजारे के आंदोलन की सफलता के बारे में चेतन ने कहा कि किसी आंदोलन के लिए उपवास की जरूरत नहीं होती. आंदोलन इसलिए होता है क्योंकि जनता में गुस्सा है.
चेतन भगत ने कहा, ' आज की युवा पीढ़ी पहले से ज्यादा महत्वाकांक्षी है, जिसे नए अवसर की आवश्यकता है और ऐसा न होने की सूरत में कुंठा बढ़ती है और आंदोलन होता है.'
चेतन भगत ने कहा, 'गंभीर होने से ज्यादा जरुरी ईमानदार होना है. युवा होना बहुत ही अच्छा है, मेरी उम्र 37 की है और ये सफर की शुरुआत है.'
युवा प्रशंसकों को संबोधित करते हुए चेतन भगत ने कहा, मुझे ऐसा लगने लगा था कि मैं अच्छा लेखक नहीं हूं. पर मेरे अंदर जल्द न हार मानने की प्रवृति मुझे दूसरों से अलग करती है.
अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए चेतन भगत ने कहा, 'शुरुआती दौर में मैं भी अपनी किताब को प्रकाशित करवाने के लिए कइयों के पास गया था. हर जगह मुझे न का सामना करना पड़ा. उस वक्त मेरे काम की तुलना किसी जंक फुड से की जाती थी.'
चेतन भगत ने कहा कि उन्होंने भी अपने हिस्से का संघर्ष किया है जिसके बाद किताबों ने उन्हें ख्याति दिलाई.
मशहूर लेखक और यूथ आइकॉन चेतन भगत ने इंडिया टुडे माइंड रॉक्स यूथ समिट 2011 में युवाओं को संबोधित किया.