मुंबई में लोकल ट्रेनों से सफर करने वालों को सोमवार को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा क्योंकि बड़ी तादाद में मोटरमैन ने भूख हड़ताल पर चले गए.
अनशन के दौरान भी मोटरमैन ट्रेन तो चलाते रहे लेकिन शाम होते होते तकरीबन 50 मोटरमैन्स को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इससे काफी ट्रेनें रद्द हो गई हैं.
भूख हड़ताल की वजह से सेंट्रल और वेस्टर्न लाइन मिलाकर करीब 45 गाड़ियां रद्द हुई हैं. हालांकि रेल प्रशासन ये मानने को तैयार नहीं है कि कोई भी ट्रेन रद्द हुई है. रेलवे को आशंका है की हालत और भी बिगड़ सकती है और उससे निपटने की वो हर मुमकिन कोशिश में है, यह पूरा मामला वेतन का है.
मोटरमैन अपनी तनख्वाह बढ़ाने के अलावा कुछ और भत्तों की मांग भी कर रहे हैं. उन्होंने अपनी हड़ताल जारी रखने का एलान किया है.
रेल प्रशासन ने मोटरमैनों से बातचीत करने के लिए फास्ट ट्रैक कमेटी बना दी है. रेलवे ने राज्य सरकार से पर्याप्त बंदोबस्त करने और ज्यादा बसें चलाने की मांग की है.
इस बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर आर पाटील ने कहा कि सरकार मुश्किल से निपटने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री इस सिलसिले में प्रधानमंत्री से बात करेंगे.