शनिवार सुबह तड़के 6 बजकर 30 मिनट पर दुबई से मैंगलोर आ रही एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
इस बोइंग 737-800 की उड़ान संख्या आईएक्स 892 में 166 लोग सवार थे.
सूत्रों ने बताया कि विमान हवाई पट्टी से काफी दूर जाकर उतरा, बाड़ से जाकर टकराया और हवाई अड्डे की चारदिवारी से बाहर चला गया.
दुर्घटना पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शोक जताया है.
मनमोहन सिंह ने मृतक परिवारों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा राशि की घोषणा की है.
मंगलोर हवाई अड्डे पर एयर इण्डिया के विमान में हुई दुर्घटना में जिंदा बचे उमर फारूख नामक एक यात्री ने कहा है कि यह उसके लिए काफी भयावह अनुभव था और वह भाग्यशाली है, जो इसमें जिंदा बच गया.
साइबेरिया से भारत में आकर बस गये कैप्टन ज्लाटको ग्लूसिया (55 वर्ष) इस विमान को चला रहे थे.
अधिकारियों ने बताया कि लगभग दस दिन पूर्व ही विमानों के लिये खोली गयी इस हवाई पट्टी पर जब चालक विमान उतार रहा था तब बादल छाये हुए थे और हल्की फुल्की वर्षा हो रही थी.
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के अध्यक्ष वी पी अग्रवाल ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान जब उतर रहा था तब वहां दृश्यता सात किलोमीटर थी जो विमान उतरने के लिये आवश्यक दृश्यता से कहीं अधिक है.
सउदी अरब के 24 वर्षीय व्यापारी समीर ए शेख के लिए शायद इससे बड़ी विपदा और कोई नहीं होगी. मंगलोर आ रहे विमान में समीर की नानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आ रहे 16 रिश्तेदार सवार थे, जिनकी दुर्घटना में मौत होने की आशंका है.
सरकारी सूत्रों ने बताया कि माना जा रहा है कि ज्यादातर यात्री केरल के निवासी थे.
प्रधानमंत्री ने दुर्घटना में मारे गये प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को दो लाख रूपये और घायल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रधानमंत्री राहत कोष से 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि दुर्घटना में मरने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री के निवास पर आज शाम होने वाले समारोह को स्थगित कर दिया गया है. प्रधानमंत्री के निवास पर आज संप्रग-दो सरकार की प्रथम वषर्गांठ का समारोह होना था.
मैंगलोर विमान हादसे में डीजीसीए ने जांच के आदेश दे दिए हैं.