सेना ने हादसे के बाद मौके पर पहुंच कर घायलों को बाहर निकाला.
ट्रेन हादसे में घायल हुए लोगों को बाहर निकालने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
हादसे के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया.
शुरूआती जांचों से इस बात का अंदेशा जताया जा रहा है कि पटरी पर प्लेट को हटाए जाने के कारण यह हादसा हुआ.
हादसे के बाद मौके पर पहुंची ममता बनर्जी ने कहा कि इस मामले में वह केंद्र सरकार से अनुरोध करेगी की वह अलग से जांच करें.
हादसे के बाद घायलों को मदद पहुंचाने के लिए सेना की मदद की गई.
मुंबई जा रही ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण 65 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई.
ट्रेन हादसे में घायल लोगों को मौके पर इलाज की व्यवस्था की गई.
हादसे के बाद ट्रेन से सही सलामत निकलने वाले लोगों ने राहत की सांस ली.
राहत एवं बचाव कार्य में लगे लोग. सेना ने भी काफी मुस्तैदी के साथ आम लोगों की मदद की.
हादसे के तुंरत बाद सेना को मदद के लिए बुलाया गया.
कुछ डब्बों की स्थिति काफी दयनीय थी. पटरी से उतरने के बाद ट्रेन के पांच डब्बे मालगाड़ी से टकरा गई थी.
इस ट्रेन हादसे में 13 डब्बे पटरी से उतर गई. इस हादसे में 65 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है.
सेना के जवानों ने काफी मुस्तैदी के साथ ट्रेन में फंसे लोगों को बाहर निकालने का काम किया.
हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य में सेना के जवानों को लगाया गया.
पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि ट्रेन की फिश प्लेटें हटायी गई थी
माओवादियों से समर्थन प्राप्त पीपुल्स कमेटी अगेन्स्ट पुलिस एट्रोसिटी (पीसीपीए) ने ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के पटरे से उतरने की जिम्मेदारी ली है जिसमें कम से कम 65 लोग मारे गए हैं और 150 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं.
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में मध्य रात्रि के बाद संदिग्ध माओवादियों द्वारा किए गए विस्फोट से मुम्बई जा रही एक एक्सप्रेस ट्रेन के 13 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण कम से कम 65 यात्रियों की मौत हो गई और 200 अन्य घायल हो गए.
एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरे 13 डिब्बों में से पांच तेजी से गुजर रही एक मालगाड़ी से टकरा गए.
झारग्राम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि हावड़ा कुर्ला लोकमान्य तिलक ज्ञानेश्वरी सुपर डीलक्स एक्सप्रेस के क्षतिग्रस्त डिब्बों में से शव निकाले जा चुके हैं. पटरी से उतरे 13 डिब्बों में से पांच पास की पटरी पर पलट गए.
दक्षिण-पूर्वी रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट मध्य रात्रि के बाद एक बजकर 30 मिनट पर उस समय हुआ जब ट्रेन यहां से लगभग 135 किलोमीटर दूर खेमासोली और सरदिया स्टेशनों के बीच थी.
रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) विवेक सहाय ने कहा कि हमें विस्फोट के पीछे माओवादियों का हाथ होने का संदेह है.
जनसंपर्क अधिकारी दक्षिण-पूर्वी रेलवे सौमित्र मजूमदार ने बताया कि एक्सप्रेस ट्रेन में कुल 24 डिब्बे थे. विस्फोट के बाद शयनयान श्रेणी के 10 डिब्बों सहित 13 डिब्बे पटरी से उतर गए.
उन्होंने बताया कि एक अनारक्षित डिब्बा लगेज वैन और पैंट्री कार डिब्बा भी पलट गया. रेलवे अधिकारियों ने डिब्बों में फंसे यात्रियों और शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया.