'उमराओ जान' के किरदार को भला कैसे भुलाया जा सकता है. पहले रेखा और फिर ऐश्वर्या राय ने इस किरदार को जीवंत कर दिया था.
ऐश्वर्या ने 'कजरारे कजरारे' पर जो मुजरा किया उसे कोई कैसे भुलाए.
अभिनेत्री सुष्मिता सेन भी मुजरे से भला दूर कैसे रह सकती थीं. उन्होंने भी फिल्म 'किसना' में मुजरा पेश किया.
माहि गिल ने फिल्म 'गुलाब' में ऐसा मुजरा पेश किया कि लोग उन की अदाओं के कायल हो गए.
'राम तेरी गंगा मैली' में मंदाकिनी ने अपनी कमसिन अदाओं को साथ ऐसा मुजरा किया कि सभी उनके दीवाने हो गए.
प्रीति जिंटा भी फिल्म 'मिस्टर एंड मिसेज खन्ना' में अपनी कातिल अदाओं से सबको दिवाना बनाने से नहीं चूकीं.
मुजरे के दौरान शिल्पा की मुस्कान कुछ ज्यादा ही खिल कर बाहर आई.
और इस मौके को भुना कर शिल्पा ने खुद को शामिल कर लिया मुजरा क्वीन की कतार में.
हाल ही में शिल्पा को भी अपने मुजरे की तमन्ना पुरी करने का मौका मिल गया.
अभिनेत्री सुष्मिता सेन भी मुजरे से भला दूर कैसे रह सकती थीं. उन्होंने भी फिल्म 'किसना' में मुजरा पेश किया.
रानी मुखर्जी ने भी अपनी अदाओं से फिल्म 'मंगल पांडेय' में चार चांद लगा दिए थे.
ब्लैक एंड व्हाइट से कलर्ड हुई 'मुगल-ए-आज़म' के गीत 'जब प्यार किया तो' पर जब मधुबाला ने मुजरा किया तो सभी को उन के मुजरे से हमेशा हमेशा के लिए प्यार हो गया.
'देवदास' की दासी धकधक गर्ल माधुरी ने भी खुद को फिल्म 'देवदास' के दौरान दर्शकों को अपने रंग में लिया था. इस गीत को कोरियोग्राफ किया था खुद कथक गुरु बिरजु महाराज ने.
मुजरे की जान 'दिल चीज क्या है...' गीत पर तो लोग वाह वाह कहते न थके थे. इसी के साथ रेखा बन गई थी बॉलीवुड की मुजरा क्वीन.
अपनी उन्हीं कातिल अदाओं के साथ रेखा लंबे समय बाद दिखी फिल्म 'यात्रा' में मुजरा करते हुए.
अपनी उन्हीं कातिल अदाओं के साथ रेखा लंबे समय बाद दिखी फिल्म 'यात्रा' में मुजरा करते हुए.
तवायफों का किरदार पूरे एक दशक तक सिनेमा जगत पर राज करता रहा और आज की हीरोइने भी इसे पाने के लिए बेताब रहती हैं. 'पाकीजा' फिल्म का गीत चलते चलते लोगों को इतना पसंद आया कि अभी तक भुलाए नहीं भूल पाएं हैं.
और उसके बाद जो मुजरों और तवायफ के रोल के लिए अभिनेत्रियों में होड़ होने लगी. मीना कुमारी कि शायरी और अदाएं दोनों ही उनके मुजरों से जाहिर होती थीं.
बॉलीवुड के कोठों पर थिरकते आप ने लगभग हर अदाकारा को देखा ही होगा. एक समय था जब फिल्म में लीड रोल कर रही अदाकारा मुजरा करना पसंद नहीं करती थी, लेकिन समय ने ऐसी करवट ली कि हर बड़ी से बड़ी अदाकारा मुजरा करने की ललक पालने लगी क्योंकि बॉलीवुड में इस रोल को खुब पसंद किया गया.