बरसात का इंतजार करते दिल्लीवासी थक चुके थे. थके इतने कि घरों में बरसात के पानी की घुसपैठ से वे परेशान होना तक भूल गए.
बरसात से मिली गरमी की यह राहत कामकाजी लोगों को बेहद मंहगी पड़ रही है. जीवन के संघर्षों का सामना करता एक ऑटो चालक.
जवानी और बरसात का मिलन कई बार छतरी को 'भुला' ही देता है. बरसात का आनंद लेती युवा लडकियां.
दिल्ली सरकार भले ही लोगों को उनकी जेब देखकर परखती हो, लेकिन प्रकृति के लिए सब एकसमान हैं. दिल्ली की बरसात में अगर गरीबों के घरों में पानी घुसा, तो महंगे शोरूम भी इसकी चपेट से बच न पाए.
दिल्ली में हो रही झमाझम बरसात में भीगते स्कूली बच्चे.
तन भीगे या मन, पर बरसात कभी भिगोए बिना नहीं छोड़ती. दिल्ली की सड़कों पर भरे पानी से बच कर निकलते लोग.
बरसात को तरसती दिल्ली में जब बरसात हुई, तो इतनी की लोगों का चलना तक दूभर हो गया. बारिश से नागार्जुन की कविता याद हो आएगी 'बहुत दिनों के बाद'. आखिर दिल्ली ने कई दिनो के बाद ही बरसात का रस चखा है.