2008 में यहां 285 कमरे थे जिन्हे वापस वैसे ही निर्माण किया गया है.
1903 में 225 कमरों से खुले इस होटल में कई सालों में कुछ अंदरूनी फेरबदल भी किए गए हैं.
यहां के एक कुछ कमरों में आतंकियों ने आग लगा दी थी, जिसमें इस होटल के मैनेजर कर्मवीर कांग का पूरा परिवार भी खत्म हो गया था.
यहां के रेस्त्रां वसाबी, गोल्डन ड्रैगन और हारबर बार को भी हमलों के कुछ दिनों के बाद ही शुरू कर दिया था लेकिन इस होटल का हेरिटेज विंग जिसको आतंकियों ने काफी नुकसान पहुंचाया था, उसके बनने में वक्त लग गया.
इसके निर्माण के लिए चार इंटीरियर डिज़ाइनर्स की कंम्पनियों का इस्तेमाल किया गया.
साल 2008 में 26/11 को हुए आतंकी हमलों में 1903 में बने इस होटल के कई कमरों को भारी नुकसान सहना पड़ा था.
हांलांकी अब इन कमरों में रहने के लिए कितने रुपये खर्च करने होंगे ये यहां के लोग फिलहाल बताने को तैयार नहीं.
यहां पांच हज़ार स्क्वायर फीट के दो शानदार सूट थे जिन्हें अब बेहतरीन सुविधाओं से लैस कर टाटा सूट का नाम दिया गया है.
2008 में यहां 285 कमरे थे जिन्हे वापस वैसे ही निर्माण किया गया है.
1903 में 225 कमरों से खुले इस होटल में कई सालों में कुछ अंदरूनी फेरबदल भी किए गए हैं.
वहीं हर जगह गोलियों और ग्रेनेड के निशान देखे जा सकते थे. और इन्ही सब को हटा कर इस होटल को उसके पुराने हेरिटेज की गरिमा को साथ रखते हुए नए लुक को देने की भी चुनौती थी कर्मचारियों के ऊपर.
यहां के एक कुछ कमरों में आतंकियों ने आग लगा दी थी, जिसमें इस होटल के मैनेजर कर्मवीर कांग का पूरा परिवार भी खत्म हो गया था.
साल 2008 में 26/11 को हुए आतंकी हमलों में 1903 में बने इस होटल के कई कमरों को भारी नुकसान सहना पड़ा था.
इसके निर्माण के लिए चार इंटीरियर डिज़ाइनर्स की कंम्पनियों का इस्तेमाल किया गया.
यहां के रेस्त्रां वसाबी, गोल्डन ड्रैगन और हारबर बार को भी हमलों के कुछ दिनों के बाद ही शुरू कर दिया था लेकिन इस होटल का हेरिटेज विंग जिसको आतंकियों ने काफी नुकसान पहुंचाया था, उसके बनने में वक्त लग गया.
26/11 के आतंकी हमलों के बाद वैसे ताज होटल का एक हिस्सा दिसंबर में ही खोल दिया गया था.
मुंबई पर हुए आतंकी हमले के बाद ताज होटल का कुछ हिस्सा तो खोल दिया गया था लेकिन उसका हेरिटेज हिस्सा अब जाकर खोला गया है.
होटल के इस हिस्से को 180 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की लागत से वापस नया जैसा बनाया गया है.
टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा खुद इस मौके पर मौजूद थे.
मुंबई का ताज हेरिटेज होटल आखिरकार 12 अगस्त को आम लोगों के लिए फिर से खोल दिया गया.