पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी की आत्मकथा 'कीपिंग द फेथ : मेमॉयर्स ऑफ अ पार्लियामेंटेरियन' का विमोचन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पुस्तक में इनमें से कुछ मुद्दों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही चटर्जी द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान की गई कई पहलों को भी गिनाया गया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि चटर्जी ने चार दशक तक जनता की सेवा की और उस दौरान उनकी कई सारी उपलब्धियां हैं लेकिन उनके इस लंबे व उल्लेखनीय राजनीतिक करियर का सबसे बेहतरीन काल लोकसभा अध्यक्ष के रूप में रहा.
14वीं लोकसभा (2004-2009) के अध्यक्ष चटर्जी ने उस समय अपना पद छोड़ने से इंकार कर दिया था, जब वामदलों ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से, भारत-अमेरिका के बीच हुए हुए असैन्य परमाणु समझौते के बाद जुलाई 2008 में समर्थन वापस ले लिया था.
चटर्जी के कार्यकाल के अंतिम दिनों में खुद के द्वारा उन्हें दिए गए सम्मान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संसद की कार्यवाही का संचालन करते हुए आपने खुद को एक आदर्श के रूप में स्थापित किया.
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी की आत्मकथा 'कीपिंग द फेथ : मेमॉयर्स ऑफ अ पार्लियामेंटेरियन' का विमोचन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी असाधारण प्रतिभा के धनी और ईमानदार व्यक्ति हैं.
इस मौके पर लोकसभा की वर्तमान अध्यक्ष मीरा कुमार भी मौजूद थीं.