अस्पताल के डाक्टरों ने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग के निकट एक सामानांतर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) खोला है.
अस्पताल के डाक्टरों ने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग के निकट एक सामानांतर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) खोला है.
अस्पताल के डाक्टरों ने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग के निकट एक सामानांतर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) खोला है.
अस्पताल के डाक्टरों ने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग के निकट एक सामानांतर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) खोला है.
अस्पताल के डाक्टरों ने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग के निकट एक सामानांतर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) खोला है.
अस्पताल के डाक्टरों ने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग के निकट एक सामानांतर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) खोला है.
अभी कुछ दिन पहले ही राजस्थान में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 30 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी.
डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए थे.
हालांकि अब डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल दूसरे दिन समाप्त कर दी.
हमलोगों ने अपना हड़ताल वापस नहीं लिया है और यह डॉक्टरों के सुरक्षा संबंधी मुद्दे हल होने तक जारी रहेगा. हमने रोगियों की देखभाल के लिए एक सामानांतर ओपीडी खोला है.
चार धंटे से अधिक समय हो गया लेकिन डॉक्टर कोई ध्यान नहीं दे रहा. हड़ताल की वजह से मेरी मां को क्यों भुगतना पड़े.’’ अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन 7000 से अधिक मरीज अपना इलाज करवाते हैं.
अपनी मां का इलाज करवाने यहां आए 58 वर्षीय शम्भू ने एक प्रश्न के जबाव में बताया ‘तत्काल चिकित्सा सहायता प्राप्त करने की आशा में मैं हजारीबाग से अपनी बीमार मां का इलाज करवाने यहां आया हूं.
हम इसका स्थायी समाधान चाहते हैं.’’ अस्पताल में हड़ताली डॉक्टर और मेडिकल सुपरिटेडेंट के बीच दूसरे दौर की बातचीत थी.
डॉक्टर जाटव ने बताया ‘‘हमलोग अस्पताल में अर्धसैनिक बलों की तैनाती चाहते हैं. मरीजों के परिजनों ने डाक्टरों के साथ कितनी बार हाथापाई और मारपीट की है इसकी कोई गिनती नहीं है.
सफदरजंग अस्पताल के आरडीए अध्यक्ष डॉक्टर चन्द्रभान जाटव ने बताया ‘‘कॉलेज के द्वार पर स्थित मुख्य ओपीडी को चलाया जा रहा है.
विभिन्न राज्यों खास कर बिहार, असम, मध्य प्रदेश और पड़ोसी इलाकों से आए उन मरीजों को जिन्हें आपातकालीन सेवा की जरूरत है उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है.
अस्पताल के डाक्टरों ने मरीजों की देखभाल के लिए अस्पताल के आपातकालीन विभाग के निकट एक सामानांतर आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) खोला है.
अस्पताल में अपने एक साथी को मरीजों के परिजनों द्वारा कथित तौर पर पीटे जाने से नाराज डॉक्टर कल हड़ताल पर चले गये.
अस्पताल परिसर में पर्याप्त सुरक्षा की मांग को लेकर सफदरजंग अस्पताल के लगभग 1200 रेजिडेंट डॉक्टरों के आज लगातार दूसरे दिन अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई है.