विविधताओं से परिपूर्ण इस अनोखे भारत देश के किसी न किसी कोने में हर समय त्योहार का मौसम बना ही रहता है.
ऐसा ही एक मशहूर पर्व है गणेश महोत्सव जो महाराष्ट्र से है. यानी मराठियों का यह सबसे विशाल और महत्वपूर्ण पर्व होता है.
जन्माष्टमी का त्योहार संपन्न होने के बाद से ही लोग गणेश महोत्सव की तैयारियों में जुट जाते हैं. पंडालों में गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाती है.
सिर्फ पंडालों में ही नहीं अपितु महाराष्ट्र में तो प्रत्येक घर में गणेश की प्रतिमा स्थापित कर लोग पूरे धूमधाम से उनकी पूजा-अर्चना करते हैं.
कई दिन तक चलने वाले इस उत्सव में विशेष रूप से मराठी कला-संस्कृति की झलक देखने को मिलती है. महाराष्ट्र के रंगमंच कलाकार व नाट्यकर्मी भी इस गणेश उत्सव में मराठी कला की छटा बिखेरते हैं. हर साल गणेश उत्सव भव्य रूप धारण कर रहा है.