मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदलुकर ने 19 दिसंबर 2010 को अपने टेस्ट कैरियर का 50वां शतक पूरा किया. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में यह कारनामा किया.
टेस्ट क्रिकेट में 50वां सिर्फ सचिन तेंदुलकर के ही नाम है. उनके इस रिकार्ड से विश्व के बल्लेबाज काफी पीछे हैं. हालांकि इसके बाद भी भारत इस मैच को 25 रन और पारी से हार गया.
टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 बल्लेबाज रह चुके गौतम गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर, 1981 को दिल्ली में हुआ था.
बाएं हाथ के बल्लेबाज गंभीर के बारे में कहा जाता है कि वह सहवाग से भी आक्रामक क्रिकेट खेल सकते हैं और जब बारी रक्षात्मक खेलने की आए तो वह राहुल द्रविड़ को चुनौती देने का माद्दा रखते हैं.
गंभीर ने अब तक टेस्ट और वनडे दोनों में 9-9 शतक लगाए हैं.
जालंधर में जन्में हरभजन सिंह को प्यार से लोग टर्बनेटर भी कहते हैं. हाल ही में लगातार दो टेस्ट मैचों में दो शतक लगाकर हरभजन सिंह विश्व क्रिकेट में आल राउंडर की तरह देखे जाने लगे. लेकिन खुद हरभजन सिंह ने अपने आप को आल राउंडर मानने से मना कर दिया.
वैसे हरभजन का विवादों से कई बार सामना हुआ है लेकिन हर बार क्रिकेट के मैदान में उन्होंने अपने खेल से उन विवादों को दरकिनार कर दिया है.
अपनी दुबले पतले छरहरे शरीर के कारण ईशांत शर्मा को देख कर युवा जवागल श्रीनाथ की याद आती है.
6 फीट चार इंच लंबे ईशांत ने जब विश्व क्रिकेट में कदम रखा तो उनके कोच ने उन्हें ताकत के मांसाहारी होने का सुझाव दिया.
रिकी पोटिंग जैसे खिलाड़ी को एक टूर में तीन बार आउट करने का कारनामा दिखाने वाले ईशांत ने अभी महज 22 साल के हैं.
भारत के लिए करिश्माई कप्तान के रूप में जाने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी झारखंड की राजधानी रांची से हैं.
तेज बाइक चलाने का शौक रखने वाले धोनी को करीबी दोस्त माही के नाम से भी पुकारते हैं.
पाकिस्तानी दौरे में वहां के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने धोनी की बहुत तारीफ की थी और अभी हाल ही में मुशर्रफ ने कहा कि धोनी विश्व के सर्वश्रेष्ठ मनोरंजक खिलाड़ी हैं.
प्रज्ञान का जन्म 5 सितंबर 1986 को खुर्दा में हुआ था.
हाल के दौर में भारत की ओर से शायद बाएं हाथ के सबसे करिश्माई स्पिनर प्रज्ञान ओझा ही होंगे.
द वॉल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी, 1973 को इंदौर में हुआ था. अपने समय के सबसे शानदार क्लासिकल बल्लेबाजों में से एक द्रविड़ के नाम 82 वनडे अर्द्धशतक हैं.
टेस्ट मैचों में द्रविड़ के नाम 53 के औसत से 31 शतक और 59 अर्द्धशतक हैं.
23 वर्षीय रोहित शर्मा का जन्म नागपुर में हुआ है. भारत के युवा बल्लेबाजों की सूची में रोहित अगुवा के रूप में खड़े नजर
आते हैं.
आईपीएल की डेक्कन चार्जरर्स ने शायद यही देखते हुए रोहित शर्मा को 7 लाख 50 हजार डॉलर की बोली लगाकर खरीदा है.
सचिन तेंदुलकर के बारे में लिखते हुए लेखकों को लगता है कि इस महान क्रिकेटर के बारे में लिखते हुए ना जाने कौन सी छूट जाए.
वैसे तो महज सचिन का नाम ही काफी है. विश्व क्रिकेट में सर्वाधिक रन, शतक, मैच और ना जाने कितने सारे रिकार्ड सचिन के नाम ही हैं.
ऐसा नहीं है कि सचिन को आलोचनाओं का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन बकौल सचिन ही उनके ऊपर फेंके गए हर एक पत्थर को सजों कर उन्होंने मील का पत्थर बना दिया है.
ब्रायन लारा जैसे महान बल्लेबाज को शून्य पर पैवेलियन भेजने वाले श्रीशंत केरल के एक मात्र क्रिकेटर हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में हैट्रिक ली है.
टेस्ट और वनडे में 70-70 से ज्यादा विकेट लेने वाले श्रीसंत आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब का हिस्सा थे.
लेकिन अब वह नई बनी कोच्चि टीम का हिस्सा होना चाहते हैं.
युवराज सिंह को जब बाहर कर सुरेश रैना को टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया गया तो अपने पहले ही मैच में सुरेश रैना ने शतक लगाकर चयनकर्ताओं को बता दिया कि वह वनडे और टी-20 के तेज फार्मेंट में ही नहीं बल्कि धीमी और जुझारू पारी खेलने का भी माद्दा रखते हैं.
एक बेहतरीन फील्डर के रूप में जाने जाने वाले रैना युवा भारतीय क्रिकेट टीम के अगुवा के रूप में जाने जाते हैं.
बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी करने के हुनर ने उन्हें धीरे धीरे ही सही ऑल राउंडर की तरह बनाया है.
अर्द्धशतक को शतक बनाने का हुनर बहुत ही कम बल्लेबाजों में होता है, विराट कोहली इस विधा को शायद बखूबी समझते हैं.
39 मैचों के 36 पारियों में चार शतक लगाने वाले विराट कोहली को पैवेलियन में वह सम्मान हासिल हो रहा है जो सीनियर खिलाडि़यों को मिलता है.
विराट कोहली के अगुवाई में भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने 2008 में हुए विश्व कप में जीत दर्ज कर की थी.
सुनील गावस्कर ने वीरेंद्र सहवाग का खेल देखते हुए कहा कि मेरी भी इच्छा होती है कि मैं भी सहवाग के साथ क्रीज पर उतरूं.
गेंदबाजों के लिए खौफ का दूसरा पर्याय बन चुके सहवाग का वनडे में स्ट्राइक रेट 100 के पार है. नजफगढ़ का नवाब कहलाने वाले सहवाग को मुल्तान में तिहरा शतक लगाने के बाद एक नया नाम मिला, मुल्तान का सुल्तान.
वेरी वेरी स्पेशल के नाम से मशहूर वीवीएस लक्ष्मण को कलात्मक बल्लेबाजी की शायद अंतिम पीढ़ी के रूप में हैं.
उनकी कई पारियों के बदौलत भारत ने सामने वाली टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है.
स्ट्रोक लगाने के मामले में कई बार लक्ष्मण सचिन से भारी पड़ते हैं.
आईपीएल के एक मैच में मात्र 37 गेंद में शतक ठोंकने वाले युसूफ पठान ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक लगाकर भारत को जीत दिलाई.
अपने तेज शॉट के लिए जाने जाने वाले युसूफ पठान टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इरफान पठान के बड़े भाई हैं. भारत को अदद ऑल राउंडर की जरूरत है जो पठान के रूप में पूरी होती दिखती है.
ट्वेंटी20 विश्व कप के एक मैच में युवराज के छह गेंद में छह छक्के लोगों के जेहन में आज भी याद हैं.
वनडे कैरियर में अब तक 136 छक्का लगा चुके युवराज भारत में आल राउंडर की भूमिका पूरी कर सकते हैं.
जब युवराज का सबकुछ अच्छा चल रहा हो तो वह जितने अच्छे शॉट लगा सकते हैं वह कम देखने को मिलता है.
नए गेंद के साथ स्विंग और पुराने के साथ रिवर्स, यह आज भारतीय टीम में जहीर खान से बेहतर कोई नहीं जानता.
किलर इंस्टिक्टि की खूबी रखने वाले जहीर के आते ही टीम में एक नई ऊर्जा का संचार होता है.
76 मैचों की 139 पारी में जहीर ने 261 विकेट चटकाए हैं.
आईपीएल के एक मैच में मात्र 37 गेंद में शतक ठोंकने वाले युसूफ पठान ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक लगाकर भारत को जीत दिलाई. अपने तेज शॉट के लिए जाने जाने वाले युसूफ पठान टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इरफान पठान के बड़े भाई हैं. भारत को अदद ऑल राउंडर की जरूरत है जो पठान के रूप में पूरी होती दिखती है.