दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और इस ठंड के बीच दिल्ली में जारी है मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धरना.
दिल्ली में सड़क के किनारे एक आम आदमी की तरह सोए केजरीवाल.
सोमवार की पूरी रात सीएम ने सड़कों पर काटी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस तरह से सड़क किनारे गुजारी रात.
सड़क पर अपनी गाड़ी के पास बैठे अरविंद केजरीवाल.
गाड़ी के पास बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल.
केजरीवाल के साथ उनकी पूरी कैबिनेट भी रातभर धरना स्थल पर सोई.
रात भर सड़क पर बिताने के बाद केजेरीवाल ने आज तक से बात की.
केजरीवाल ने ऐलान किया है कि इस बार पूरा देश राजपथ पर आ जाएगा.
देश ने सियासत की ऐसी चाल शायद ही पहले कभी देखी होगी.
दिल्ली ने अपनी ही सरकार का ऐसा रूप इससे पहले कभी नहीं देखा था.
दिनभर के सियासी ड्रामे के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पूरी कैबिनेट नई दिल्ली इलाके में धरने पर बैठ गई.
केजरीवाल के डॉक्टर भी दिखे धरना स्थल पर. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने इंसुलिन लिया, लेकिन खाना नहीं खाने के कारण परेशानी बढ़ी है.
रात के 10 बजे रेल भवन के पास केजरीवाल और उनकी कैबिनेट डटी रही.
योगेंद्र यादव भी धरना स्थल पर जमे रहे.
केजरीवाल के धरनास्थल पर पारा मिलिट्री पुलिस के जवान भी मुस्तैद रहे. अपने आकाओं के आदेश का पालन उनके लिए भी जरूरी था.
धरना प्रदर्शन के दौरान भी लोग हाथों में झाड़ू लेकर आए.
10 बजे तक कुछ जगे थे, जबकि कुछ लोग वहीं सड़क पर सो गए.
केजरीवाल के इस धरने को दिल्ली की महिलाओं की तरफ से भी खूब समर्थन मिला है.
बुजुर्ग, महिलाएं और जवान हर उम्र के समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे थे.
ठंड के बीच चाय का दौर भी खूब चला धरना स्थल पर.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बिस्तर भी सड़के के किनारे उनकी ही नीली गाड़ी के बगल में बिछा.
रात के 11 बजे अरविंद केजरीवाल सो चुके थे, लेकिन उनके सैकड़ों समर्थकों का जोश और जवान हो रहा था.
रात में दिल्ली की सर्दी में तापमान गिरता जा रहा था, लेकिन कार्यकर्ताओं का जुनून परवान चढ़ता जा रहा था.
आधी रात के वक्त सर्द रात के सन्नाटे में बीच भी माहौल में गर्मजोशी बरकरार थी.
केजरीवाल सो रहे हैं लेकिन ढेरों कार्यकर्ता अब भी जागकर एक-दूसरे का जोश बढ़ा रहे थे.
रात के 1 बजे दिल्ली की बदनाम सर्दी अपने रंग में आने लगी थी, पारा लगातार गिरता जा रहा था. हालांकि ठंड के कोहराम का सामना करने के लिए रजाई और कंबल की नई खेप भी पहुंच गई.
देर रात तक भी केजरीवाल और उनके मंत्री सो रहे थे लेकिन कई समर्थक अब भी नींद को अपने पलकों पर हावी नहीं होने दे रहे थे.
सुबह होते-होते सर्दी भी अपने शबाब पर आ चुकी थी. गर्मजोशी बरकरार रखने के लिए गर्मागर्म चाय परोसी जाने लगी.
रात ढल चुकी थी लेकिन रेल भवन के आसपास मुख्यमंत्री के समर्थकों का जोश खत्म नहीं हुआ.
धरने की एक रात बीत चुकी है लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अपनी मांग पर अभी भी अडिग हैं.
केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अब सड़क से ही चलेगी दिल्ली सरकार. उनकी पूरी कैबिनेट धरने पर बैठी हैं.
रेल भवन के पास सड़क पर गिर पड़े आम आदमी पार्टी के एमएलए अखिलेश त्रिपाठी.