बीजेपी आयोजित 'सुशासन दिवस' पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा किया. इस दौरान पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाते हुए इंडिया टुडे ग्रुप और इसके चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी समेत 9 लोगों और संस्थाओं को इस देशव्यापी अभियान के लिए नॉमिनेट किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को स्वयंसेवी संस्थाओं, सरकार और प्रशासन ने महत्वपूर्ण काम माना और इसी की बदौलत जो घाट कभी मिट्टी का ढेर थे, आज अपने पुराने सौंदर्य में लौट आए हैं.
प्रधानमंत्री ने अरुण पुरी और इंडिया टुडे ग्रुप के अलावा नागालैंड के राज्यपाल पीबी आचार्य, किरण बेदी, सौरव गांगुली, सोनल मानसिंह, रामोजी राव, कपिल शर्मा, आईसीएआई और मुंबई के 'डब्बा वालों' को भी सफाई अभियान के लिए नॉमिनेट किया.
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अस्सी घाट पर स्वच्छता अभियान की प्रगति का जायजा लिया, जिसे उन्होंने पिछले महीने शुरू किया था. पीएम मोदी ने जगन्नाथ मंदिर के आसपास झाड़ू लगाकर सफाई भी की.
बता दें कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर को गंगा के किनारे अस्सी घाट पर जमा गाद उठाने के लिए फावड़ा चलाया था. गुरुवार को वाराणसी यहां सबसे पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा का माल्यार्पण किया.
महामना मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को हाल ही देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की भी घोषणा की गई है.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर गुरुवार को सत्तारूढ़ बीजेपी सुशासन दिवस मना रही है. इसकी अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने गुरुवार सुबह अटल बिहारी वाजपेयी से उनके घर पर मिलकर बधाई दी और फिर वाराणसी के लिए रवाना हो गए.
उन्हें गुरुवार सुबह 11.30 बजे बनारस पहुंचना था, लेकिन कोहरे की वजह से उनकी रवानगी में देर हो गई थी. देरी के कारण उनके तय कार्यक्रम में कुछ बदलाव भी करने पड़े थे. नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र की यह दूसरी यात्रा है. इससे पहले वह 7-8 नवंबर को वहां गए थे.