प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराया.
मनमोहन सिंह जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी के बाद लाल किले पर सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्री हैं.
मनमोहन सिंह ने देश के 14वें प्रधानमंत्री के तौर पर 15 अगस्त 2004 को पहली बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था.
देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी पर संभवत: निशाना साधते हुए कहा कि तंग और सांप्रदायिक विचारधारा की आधुनिक भारत में कोई जगह नहीं है.
सिंह ने 67वें स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक आधुनिक प्रगतिशील और धर्म निरपेक्ष देश में तंग और सांप्रदायिक ख्यालों की कोई गुंजाइश नहीं हो सकती. ऐसी सोच हमारे समाज को बांटती है और हमारे लोकतंत्र को कमजोर करती है.
प्रधानमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों, समाज के सभी वगो और आम जनता से इस दिशा में प्रयास करने की अपील की.
सिंह ने कहा कि हमारा भारत खुशहाल होगा और उसकी खुशहाली में सभी नागरिक बराबर के शरीक होंगे चाहे उनका धर्म, जाति, क्षेत्र, भाषा कुछ भी हो. इसके लिए हम सबको मिलकर देश में राजनीतिक स्थिरता, सामाजिक एकता और सुरक्षा का माहौल बनाना होगा.
पीएम ने यूपीए सरकार की उपलब्धियों का भी बखान किया. उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार के नये आयाम मिले. पिछले 10 साल देश के लिए बदलाव का दशक रहा.
जश्न-ए-आजादी के मौके पर कमलनाथ, पी. चिदंबरम, कपिल सिब्बल और अरुण जेटली
मनमोहन सिंह ने महात्मा गांधी को भी श्रद्धांजलि दी.
लाल किले पर आजादी की सालगिरह के जश्न का ये नजारा बेहद सुंदर लग रहा था.
मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर, सोनिया गांधी, मीरा कुमार.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आर.पी.एन. सिंह.