राष्ट्रपति पद के लिए यूपीए के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया.
प्रणब मुखर्जी ने ईश्वर का आशीर्वाद और सभी से सहयोग मांगा. राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 19 जुलाई को होगा.
प्रणब मुखर्जी के पर्चा दाखिल करने के अवसर पर उनके साथ तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर संप्रग के अधिकतर घटक दलों के नेता मौजूद थे.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद भी इस अवसर पर मौजूद थे.
राज्यसभा सचिवालय में अपने नामांकन के बाद मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, 'इस समय मैं केवल ईश्वर का आशीर्वाद और सभी का सहयोग चाहता हूं.'
14वें राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के रूप में मुखर्जी ने दावा किया कि उन्हें सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जैसी संप्रग का समर्थन करने वाली पार्टियों के साथ उन दलों का भी समर्थन हासिल है, जो केंद्र सरकार को समर्थन नहीं दे रही हैं.
जनता दल (युनाइटेड), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और शिवसेना का समर्थन गिनाते हुए मुखर्जी ने कहा, 'मैं उनके प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझमें इस पद के लिए विश्वास जताया, जिस पर देश के कई महान व्यक्ति आसीन रह चुके हैं.'
नामांकन पत्रों की जांच दो जुलाई को होगी. चार जुलाई नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है. मतदान 19 जुलाई को होगा, जबकि मतगणना 22 जुलाई को होगी.