प्रणब मुखर्जी ने बुधवार सुबह संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित एक भव्य
समारोह में देश के 13वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. देश के प्रधान
न्यायाधीश एस.एच. कपाड़िया ने मुखर्जी को शपथ दिलाई.
प्रणब को 21 तोपों की सलामी दी गई. इसके बाद उन्होंने शपथ ग्रहण करने से
जुड़े रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया और उपस्थित लोगों ने मेजें थपथपा कर उनका
स्वागत किया.
संसद में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने प्रणब दा का स्वागत कुछ इस अंदाज में किया.
मर्सिडीज बेंज एस 600 में सवार प्रणब मुखर्जी संसद पहुंचे.
कलाम और प्रधानमंत्री इस दौरान अगल-बगल बैठे नजर आए.
संक्षिप्त समारोह के बाद प्रणब और पाटिल बाहर आए. इस दौरान ड्रम और बिगुल की ध्वनि से चारों ओर का माहौल गूंज उठा.
यहां पहुंचने पर कपाडिया, अंसारी और मीरा कुमार ने उनका स्वागत किया और उन्हें साथ लेकर केंद्रीय कक्ष गए.
राष्ट्रपति भवन से चलकर निवर्तमान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का काफिला एक जुलूस की शक्ल में संसद भवन परिसर पहुंचा जिसके बाद शपथ ग्रहण समारोह शानदार तरीके से शुरू हुआ.
प्रणब को 21 तोपों की सलामी दी गई. इसके बाद उन्होंने शपथ ग्रहण करने से जुड़े रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया और उपस्थित लोगों ने मेजें थपथपा कर उनका स्वागत किया.
इस मौके पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) अध्यक्ष सोनिया गांधी, केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री मौजूद थे. पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम भी समारोह में शामिल हुए.
देश के प्रधान न्यायाधीश एस.एच. कपाड़िया ने मुखर्जी को शपथ दिलाई. मुखर्जी ने निवर्तमान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील का स्थान लिया है.
काले रंग की अचकन और उजले रंग का चूडीदार पायजामा पहने प्रणब मुखर्जी ने अंग्रेजी में ईश्वर के नाम पर संविधान एवं विधि के संरक्षण और सुरक्षा की शपथ ली.
प्रणब मुखर्जी देश के 13वें राष्ट्रपति हैं. प्रणब ने निवर्तमान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील का स्थान लिया है.
प्रणब मुखर्जी ने बुधवार सुबह संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित एक भव्य समारोह में देश के 13वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. देश के प्रधान न्यायाधीश एस.एच. कपाड़िया ने मुखर्जी को शपथ दिलाई.
प्रणब को 21 तोपों की सलामी दी गई. इसके बाद उन्होंने शपथ ग्रहण करने से जुड़े रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया और उपस्थित लोगों ने मेजें थपथपा कर उनका स्वागत किया.
प्रणब और प्रतिभा के साथ राष्ट्रपति के घुड़सवार अंगरक्षक राष्ट्रपति भवन से संसद परिसर तक साथ आये.
राष्ट्रपति भवन के राजस्थान स्तंभ से लेकर विजय चौक तक सेना के तीनों अंगों के एक हजार जवान सड़क के दोनों ओर खडे थे और उन्होंने निवर्तमान राष्ट्रपति और निर्वाचित राष्ट्रपति का काफिला गुजरने पर ‘ हजारां सलामी’ दी.
काले रंग की अचकन और उजले रंग का चूड़ीदार पायजामा पहने प्रणब मुखर्जी ने अंग्रेजी में ईश्वर के नाम पर संविधान एवं विधि के संरक्षण और सुरक्षा की शपथ ली.
शपथ ग्रहण कर भाषण देने के बाद प्रणब ने हाथ जोडकर सभी का धन्यवाद किया. केन्द्रीय कक्ष से बाहर निकलते वक्त उन्होंने मनमोहन सिंह से हाथ मिलाया.
समारोह में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, तमाम केन्द्रीय मंत्री, प्रदेशों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, सांसद, विदेशी राजनयिक और अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए.
प्रणब और प्रतिभा के साथ राष्ट्रपति के घुड़सवार अंगरक्षक राष्ट्रपति भवन से संसद परिसर तक साथ आये.