राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में अब हर शनिवार को 200 लोग सेना के जवानों की एक टुकड़ी द्वारा दूसरी टुकड़ी को दायित्व सौंपे जाने की भव्य परंपरा ‘चेंज ऑफ गार्ड’ देख सकेंगे.
‘चेंज ऑफ गार्ड’ के दौरान राष्ट्रपति के अंगरक्षकों (पीबीजी) की एक टुकड़ी घोड़ों पर सवार हो कर बैंड के साथ अपना दायित्व दूसरी टुकड़ी को सौंपती है.
राष्ट्रपति भवन की भव्यता और गरिमा का अहसास कराने वाले उसके गुम्बद की पृष्ठभूमि में होने वाला यह आयोजन अब नए रूप में, सैन्य अभ्यास के साथ होगा.
यह बदलाव राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कहने पर किया गया है. राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी वह चाहते हैं कि इस जगह को आम आदमी के लिए भी खोला जाना चाहिए.
करीब तीस मिनट के इस आयोजन में दर्शक देखेंगे कि राष्ट्रपति के अंगरक्षक किस प्रकार जयपुर स्तंभ के पीछे से निकल कर सामने आते हैं.
इस दौरान सेना का बैंड ए आर रहमान की धुन ‘मां तुझे सलाम’ बजाएगा.
इसके बाद बैंड ‘सारे जहां से अच्छा’ जैसे देशभक्तिपूर्ण कुछ गीतों की धुनें बजाएगा, सेना की धुन बजाई जाएगी और फिर जवान ‘भारत माता की जय’ का उद्घोष करेंगे.