पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल का निधन हो गया है.
गुजराल किडनी की समस्या से लंबे समय से पीड़ित थे.
करीब एक साल से डायलिसिस पर थे गुजराल साहब.
91 साल के पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल को 19 नवंबर को गुड़गांव के मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
उन्हें किडनी के साथ फेफड़ों में संक्रमण की भी समस्या हो गई थी, जिसके चलते उनकी तबियत बिगड़ती ही चली गई.
गुजराल साहब देश के 12वें प्रधानमंत्री थे, जो अप्रैल 1997 से मार्च 1998 तक यानी करीब एक साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे.
इन्द्र कुमार गुजराल का जन्म 4 दिसम्बर, 1919 को हुआ था.
इन्द्र कुमार गुजराल तब देश के प्रधानमंत्री बने, जब कांग्रेस की समर्थन वापसी की आशंक से संयुक्त मोर्चा सरकार ने नेतृत्व परिवर्तन की उसकी मांग स्वीकार कर ली.
उस वक्त एच. डी. देवगौड़ा को 10 माह के बाद ही प्रधानमंत्री का पद छोड़ना पड़ा था.
आईके गुजराल भी ज़्यादा वक्त तक प्रधानमंत्री नहीं रह सके. 19 मार्च, 1998 को कांग्रेस के समर्थन वापस लेने पर उन्हें भी पद छोड़ना पड़ा.
इन्द्र कुमार गुजराल एक योग्य व अनुभवी सियासतदां थें.
इन्द्र कुमार गुजराल 21 अप्रैल, 1997 से 19 मार्च, 1998 तक भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहे.
इन्द्र कुमार गुजराल भारत के 12वें प्रधानमंत्री बने.
गुजराल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय हिस्सा लिया था.
1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान आईके गुजराल जेल भी जा चुके हैं.
प्रधानमंत्री बनने से पहले गुजराल ने संचार मंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, सूचना व प्रसारण मंत्री, विदेश मंत्री के रूप में काम किया.
गुजराल बीबीसी की हिन्दी सेवा में एक पत्रकार के रूप में भी काम कर चुके हैं.