कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान आर. के. धवन, बलराम जाखड़, एच. के. एल भगत व अन्य नेताओं के साथ राजीव गांधी.
एक बैठक के दौरान किसी बात पर मुस्कान बिखेरते पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी. अपने शासन काल में राजीव गांधी ने श्रीलंका में शांति सेना भेजकर जो निर्णय लिया था उसका काफी विरोध हुआ था.
अभिवादन के मुद्रा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी. राजीव गांधी ने अपने शासन काल में पंजाब के मसले को भी हल करने का प्रयास किया और काफी हद तक उसमें सफल भी हुए.
गांधी टोपी धारण किए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी. राजीव की अकाल मौत ने कांग्रेस में नेतृत्व का संकट पैदा कर दिया था. काफी समय तक देश की राजनीति से दूर रहने वाली गांधी-नेहरु परिवार की अगली पीढ़ी अब फिर से राजनीति में सक्रिय हो गई है.
गर्मी के दिनों में एक समारोह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी. राजीव के असमय निधन के कारण कुछ वर्षों तक देश की राजनीति में गांधी-नेहरु परिवार की सक्रियता कम हो गई थी.
एक बैठक के दौरान राजनीति के दिग्गज चंद्रशेखर के साथ राजीव गांधी. चंद्रशेखर की सरकार कांग्रेस के समर्थन के कारण बनी थी.
शक्ति स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने जाते अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी. इंदिरा गांधी की अकाल मौत के बाद राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने थे.
एक समारोह के दौरान अपनी मां इंदिरा गांधी के साथ राजीव गांधी. संजय गांधी की अकाल मौत के बाद राजीव गांधी कांग्रेस में आए. राजीव कभी भी राजनीति में आने के इच्छुक नहीं रहे.
एक समारोह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी. राजीव गांधी देश के युवाओं में काफी लोकप्रिय नेता थे. उनका भाषण सुनने के लिए लोग काफी इंतजार भी करते थे.
एक समारोह के दौरान सोनिया गांधी के साथ राजीव गांधी. 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में एक चुनावी सभा में
लिट्टे उग्रवादियों के आत्मघाती विस्फोट में राजीव गांधी की महज 44 वर्ष की उम्र मे
मृत्यु हो गयी थी.
सौम्य मुस्कुराहट की मुद्रा में राजीव गांधी. राजीव देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थें. उन्होंने अपने प्रधानमंत्रित्व काल में कई ऐसे फैसले लिए जिसका असर देश के विकास पर देखने को मिला.
दलितों के मसीहा विश्वनाथ प्रताप सिंह के साथ राजीव गांधी. एक समय राजीव और विश्वनाथ प्रताप सिंह के बीच अच्छी दोस्ती थी लेकिन बोफोर्स कांड ने दोनों के बीच ऐसी दूरी बनाई जो कभी मिट नहीं सकी.
एक समारोह के दौरान सोनिया गांधी के साथ राजीव गांधी. राजीव देश में होने वाले लगभग सभी जनसभाओं में अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ जाते थे.
अपने भाई संजय व मां इंदिरा गांधी के साथ राजीव गांधी. राजीव गांधी शुरू में राजनीति से दूर भागते रहे लेकिन इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनाया गया.
एक जनसभा में राजीव गांधी के साथ सोनिया गांधी. इन दोनों की पहली मुलाकात 1965 में इंग्लैंड में हुई थी और 1968 में दोनों विवाह के
बंधन बंध गये.