इंडिया टुडे कान्क्लेव 2014 में बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह ने अपने संबोधन में कहा, 'हम सपने क्यों देखते हैं...पहचान के लिए. कॉन्क्लेव में कई बड़ी शख्सियतों के फोटो लगे हैं. मेरा भी यही मकसद है. एक दिन मेरी तस्वीर यहां होगी. हर किसी के दिल यही सपना होता है.'
राजनीति में आने से पहले चिराग फिल्मों में भी हाथ आजमा चुके हैं. साल 2011 में आई फिल्म 'मिले ना मिले हम' में चिराग लीड रोल में थे. इस फिल्म में कंगना रनोट ने उनके साथ काम किया था.
फिल्मों में सफल ना होने के बाद चिराग ने राजनीति में हाथ आजमाने की सोची और और अब अपने पिता रामविलास की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाना ही चिराग की पहली प्राथमिकता है.
मशहूर युवा सितार वादक निलाद्रि कुमार ने पूरे समारोह में समां बांध दिया. निलाद्रि ने सितार पर 'रघुपति राघव राजा राम' की धुन बजाई जिससे कॉन्क्लेव में बैठे सभी लोगों मंत्रमुग्ध हो गए.
देश में भ्रष्टाचार पर मचे हो हल्ला पर मोजरबेयर कंपनी के मालिक रतुल पुरी ने इशारों में अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, 'हमें एक स्थिर सरकार चाहिए. चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस.