दिल्ली के एनडीएमसी सेंटर में एक समारोह में हिस्सा लेकर बाहर निकलते वक्त एक युवक ने केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को चांटा मार दिया.
घटना के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी शरद पवार से बात की.
उन्होंने ने कहा कि इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है.
पवार ने बताया कि पहले तो उन्हें लगा कि पत्रकारों में हल्की धक्कामुक्की हो रही है.
घटना के बाद शरद पवार ने बताया कि वो पूरी तरह ठीक हैं.
बीजेपी ने कहा है कि इस तरह की घटनाएं सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश है और इसे पूरी तरह से नकारा जाना चाहिए.
यहां तक उस व्यक्ति ने अपना कृपाण भी निकाल लिया.
इस घटना की सभी राजनीतिक दलों ने एकसुर में निंदा की है.
युवक ने हमला करने के बाद धारदार हथियार निकाल लिया हालांकि उसे पकड़ लिया गया.
युवक का नाम हरविंदर सिंह है.
इस युवक ने पहले सुखराम पर भी हमला किया था.
बताया जा रहा है कि युवक मानसिक तौर पर बिमार है.
पवार ने इस मामले पर कहा कि उन्हें पहले लगा कि वो शख्स धक्कामुक्की कर रहा है.
युवक बढ़ती महंगाई और पूरी व्यवस्था से नाराज था.
युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
समारोह के दौरान एक हरविंदर सिंह नाम के इस शख्स ने पवार को थप्पड़ मारा.
पवार एनडीएमसी सेंटर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए पहुंचे थे.
दिल्ली में शरद पवार को एक शख्स ने थप्पड़ मारा और पवार के साथ धक्कामुक्की भी की.
घटना की सख्ती से निंदा करते हुए भाजपा ने कहा कि कांग्रेस का यह आरोप उचित नहीं है कि भाजपा के बयान के कारण यह घटना घटी है.
पवार को चांटा मारने के बाद युवक को इससे पहले कि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी पकड़ते, उसने अपनी कृपाण निकाल ली और हवा में लहराने लगा. बाद में युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
समारोह के समापन के बाद बाहर निकलते वक्त हरविंदर सिंह नाम के युवक ने उन्हें मंहगाई के लिए जिम्मेदार बताते हुए थप्पड़ मार दिया.
कृषि मंत्री शरद पवार नई दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में आयोजित ‘श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य समारोह’ में शिरकत करने पहुंचे थे.
हमला करने वाले युवक ने अपना नाम हरविंदर सिंह बताया है. चार दिन पहले उसने ही पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम पर हमला किया था.
कांग्रेस ने जहां इसके लिए भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के हाल ही में दिये एक बयान को जिम्मेदार ठहराया वहीं मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि वह अहिंसक तरीके से मतभेद जताने में भरोसा करती है.
कृषि मंत्री शरद पवार पर एक युवक द्वारा किये गये हमले की सभी राजनीतिक दलों ने कड़े शब्दों में निंदा की है.
उन्होंने कहा, मैं अपनी कार की ओर बढ़ रहा था. उस समय पत्रकारों का एक समूह मेरे साथ था. वे सवाल पूछ रहे थे. मैंने उसे (हमलावर) अपनी ओर बढ़ते देखा. ऐसा लगा कि वह पत्रकारों के समूह के साथ था.
यह पूछे जाने पर कि युवक ने महंगाई के मुद्दे पर आक्रोश में उन्हें चांटा मारा, पवार ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.
एक समाचार चैनल से बातचीत में पवार ने कहा, मैं क्यों अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करूं. मैं इसे सुरक्षा में चूक भी नहीं कहूंगा. मैं देखूंगा कि कहीं इसकी समीक्षा करने की जरूरत तो नहीं है.
खुद पवार ने कहा कि वह इस मसले पर कोई प्रतिक्रिया देना नहीं चाहते. उन्होंने इसे सुरक्षा में चूक मानने से भी इंकार किया.
इस घटना के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री पवार से बात की और उन पर हुए हमले की निंदा की. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, प्रधानमंत्री ने पवार से बात की है और उन पर हुए हमले की निंदा की है.
शिवसेना सांसद अनंत गीते ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस घटना को भाजपा या अन्य किसी नेता के बयान से जोड़ना ठीक नहीं.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पवार से बात कर घटना की कड़ी निंदा की वहीं पवार ने कहा कि वह क्यों इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें.
घटना नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) सेंटर में हुई. पवार यहां इफको के एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे.
पवार को चांटा मारने के बाद युवक को इससे पहले कि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी पकड़ते, उसने अपनी कृपाण निकाल ली और हवा में लहराने लगा. बाद में युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को गुरुवार को एक युवक ने चांटा मार दिया. युवक को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
युवक ने थप्पड़ मारने के बाद पवार को चाकू भी दिखाया और हमला करने की भी कोशिश की.
इसी युवक ने मारा शरद पवार को थप्पड़.
थप्पड़ मारे जाने के बाद लड़खड़ा गए शरद पवार.
शरद पवार को थप्पड़ मारने की घटना के बाद महाराष्ट्र की सड़कों पर निकल पड़े पवार समर्थक.
तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि घटना निंदनीय है. उन्होंने कहा कि महंगाई पर जनता का गुस्सा हो सकता है लेकिन किसी राजनेता पर हमला करना लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि पूछताछ के दौरान सिंह ने बार बार दावा किया कि वह दरअसल मुखर्जी पर हमला करना चाहता था लेकिन उनकी उम्र को देखते हुए उसने यह विचार त्याग दिया. समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हमला करने वाले युवक को दंड मिलना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को महंगाई के मुद्दे पर गंभीरता दिखानी चाहिए.
भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने भी लोकतंत्र में इस तरह की घटना की निंदा की लेकिन साथ ही कहा कि सरकार को महंगाई पर हालात की गंभीरता को समझते हुए इसके उपाय खोजने चाहिए.
पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद के अनुसार कांग्रेस का यह मानना दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी दल जनता को उकसा रहा है. उन्होंने कहा, ‘यह उचित नहीं है. ऐसा नहीं होना चाहिए था. यह सुरक्षा में चूक है.’ यशवन्त सिन्हा ने कहा कि इस घटना का उनके द्वारा मंगलवार को दिए गए बयान से कोई सरोकार नहीं है.
बहरहाल पलटवार करते हुए लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी का यह बयान दूर की कौड़ी है कि हमले का कारण भाजपा नेता यशवन्त सिन्हा का बयान है. उन्होंने कहा कि शरद पवार के साथ घटी घटना की भाजपा निंदा करती है. भाजपा हिंसा में विश्वास नहीं करती। सुषमा ने कहा कि पवार भद्र व्यक्ति हैं और उम्र के कारण भी अदब के अधिकारी हैं.
कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि यह घटना यशवंत सिन्हा द्वारा मंगलवार को दिए गए उस बयान का नतीजा है जिसमें उन्होंने कहा था कि महंगाई पर अगर सरकार सोती रही और ठोस कदम नहीं उठाए गए तो महंगाई देश में हिंसा का कारण बन सकती है. पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि ऐसे बयान लोकतंत्र के लिए अच्छे नहीं हैं और इससे पार्टी के इरादे साबित होते हैं.
उधर एक ही थप्पड़ के अन्ना हजारे के बयान पर केन्द्रीय मंत्री शरद पवार ने उनकी खिंचाई करते हुए उनको ‘नए गांधीवादी’ का खिताब दिया और कहा कि हजारे ने महात्मा गांधी की अहिंसा के दर्शन को ‘एक नई परिभाषा’ दी है.
राकांपा कार्यकर्ताओं ने दो स्टेशनों पर पटरियों पर उतरकर कुछ मिनट तक लोकल रेल सेवा को बाधित किया.
मुंबई में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के चलते यहां कई स्थानों पर यातायात बाधित हो गया.
गुरुवार को जैसे ही यह खबर फैली कि एक युवक ने महंगाई और भ्रष्टाचार के विरोध के नाम पर पवार को थप्पड़ मार दिया, राकांपा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर आ गये और उन्होंने अपने 71 वर्षीय पार्टी अध्यक्ष पर हमले की निंदा की.
पुणे शहर की राकांपा अध्यक्ष वंदना चव्हाण ने कहा, ‘बंद शांतिपूर्ण रहेगा.’ स्थानीय राकांपा कार्यकर्ताओं ने बीड और सांगली जिलों में भी शुक्रवार को बंद का आह्वान किया है.
पुणे के महापौर और राकांपा नेता मोहनसिंह राजपाल ने कहा, ‘जो लोग पवार साहब से स्नेह करते हैं हमने उनसे बंद का आह्वान किया है. हम किसी को बाध्य नहीं करेंगे.’
केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार पर नई दिल्ली में हुए हमले को लेकर उनके गृह राज्य महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन हुए वहीं राकांपा ने शुक्रवार को घटना के विरोध में पुणे, सांगली तथा बीड जिलों में बंद का आह्वान किया गया है.