फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर से लेकर एक्टर और फिल्म से जुडा कोई भी व्यक्ति अपनी फिल्म से काफी उम्मीदें रखता है. लेकिन जानकार और आम लोग सालभर रिलीज होने वाली कई फिल्मों से कोई खास उम्मीद नहीं रखते. उम्मीदों के विपरीत इनमें से कुछ फिल्में बेहतर साबित होती हैं या बॉक्स ऑफिस पर बेहतर रिजल्ट देती हैं. पेश हैं साल 2014 की ऐसी ही फिल्में, जिनसे जानकारों को उम्मीदें नहीं थीं लेकिन फिल्में उम्मीद से बेहतर निकलीं.
यारियां
दिव्या खोसला कुमार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘यारियां’ कॉलेज जाने वाले युवाओं की कहानी है. नए एक्टर्स के साथ आई इस फिल्म की डायरेक्टर भी नई थीं. फिल्म का निर्माण भूषण कुमार और कृष्ण कुमार ने टी-सीरीज के बैनर के तहत किया गया.
यारियां 5 दोस्तों की कहानी है जो एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं. वे यहां रिलेशनशिप और नए जीवन मूल्यों के बारे में समझते हैं. फिल्म देशभर की 1200 स्क्रीन्स पर 10 जनवरी 2014 को रिलीज हुई थी.
रागिनी एमएमएस 2
डॉयरेक्टर भूषण पटेल की इस फिल्म को एकता कपूर और शोभा कपूर ने बालाजी मोशन पिक्चर्स व एएलटी एंटरटेनमेंट के तहत प्रोड्यूस किया. इस इरोटिक-हॉरर फिल्म का सबसे बड़ा आकर्षण सनी लियोन थीं.
'रागिनी एमएमएस 2' उसी प्वाइंट से आगे बढ़ती जहां पहली फिल्म 'रागिनी एमएमएस' खत्म होती है.
फिल्म में अब रागिनी एमएमएस का सेक्स टेप वायरल हो चुका है और साथ ही यह भी
अफवाह है कि जहां यह एमएमएस बना था वहां भूत है. इस कहानी से प्रेरित होकर
रॉक्स नाम का डायरेक्टर वहां रागिनी एमएमएस कांड पर फिल्म बनाने की ठान
लेता है और फिल्म में एक पूर्व पॉर्न स्टार सनी को लेता है.
क्वीन
डायरेक्टर विकास बहल की कॉमेडी-ड्रामा फिल्म ‘क्वीन’ को कंगना रनोट की अब तक की सबसे अच्छी फिल्म भी कहा जा सकता है. इस फिल्म में कंगना ने दिल से एक्टिंग की है. फिल्म में कंगना के अलावा लीजा हेडन और राज कुमार राव ने भी प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं.
क्वीन में एक मिडिल क्लास लड़की की कहानी है, जिसकी शादी बारात आने से दो
दिन पहले ही टूट जाती है. इसके बाद क्वीन अकेले ही एम्स्टरडम और पैरिस
हनीमून पर चली जाती है. फिल्म को बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में
दिखाया गया.
द शौकीन्स
यह फिल्म हृषिकेश मुखर्जी और बासु चटर्जी की 1982 में आयी कॉमेडी फिल्म 'शौकीन्स' की रिमेक है. फिल्म का निर्देशन अभिषेक शर्मा ने किया है जबकि अश्विन वर्डे, मुराद खेतानी और अक्षय कुमार ने प्रोड्यूस किया है. फिल्म का स्क्रीनप्ले तिग्मांशु धुलिया ने लिखा है. मुख्य भूमिकाओं में अनुपम खेर, अन्नू कपूर, पियूष मिश्रा, लीजा हेडन और अक्षय कुमार हैं.
दिल्ली में रहने वाले लाली (अनुपम खेर), पिंकी (पियूष मिश्रा) और केडी (अन्नू कपूर) की उम्र 60 के आसपास है. शरीर बूढ़ा हो गया पर तीनों का दिल अभी जवान है. दिल्ली में लड़कियों के पीछे भागते हैं तो लोकलाज का डर रहता है. एक घटना में फंस जाते हैं तो इंस्पेक्टर सलाह देता है कि विदेश क्यों नहीं जाते, वहां सब कानूनन है. तीनों मलेशिया जाकर फैशन डिजाइनर आहना (लीसा हेडन) के घर रहते हैं. आहना फिल्म स्टार अक्षय कुमार की फैन है. आहना का कहना है कि जो उसे अक्षय कुमार से मिलवा देगा उसके लिए वह कुछ भी कर सकती है. तीनों अपने मिशन में जुट जाते हैं.
फाइंडिंग फैनी
फाइंडिंग फैनी की कहानी 'पोकोलिम' नाम के एक गांव से शुरू होती है. इस गांव में लोगों की जिंदगी का कोई खास मकसद नहीं है. यहां के लोग दिन-भर फिजूल की बातें करने में ही अपना समय बिताते हैं. एक दिन एक बूढ़े पोस्टमैन फर्डी को एक लेटर मिलता है, जो उसने आज से 46 साल पहले उस लड़की स्टेफनी फर्नांडीस (फैनी) को लिखा था, जिससे वह प्यार करता था. इस लेटर में उसने फैनी से शादी के लिए उसका हाथ मांगा था. इसके बाद शुरू हो जाती है फैनी को ढूंढने की कहानी.
डायरेक्टर होमी अडजानिया और निर्माता निदेश विजान की इस कॉमेडी फिल्म में अर्जुन कपूर, दीपिका पादुकोण, नसीरुद्दीन शाह, डिम्पल कपाड़िया, पंकज कपूर और अंजलि पाटिल मुख्य भूमिका में हैं जबकि रणवीर सिंह ने गेस्ट भूमिका निभाई है.