बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को सूर्य उपासना के महापर्व छठ के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद वापस लौट रहे लोगों के बीच भगदड हो जाने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गयी.
अदालतगंज के पास बालू के मैदान में एक बांस बल्लियों से एक अस्थायी पुल बनाया गया था जो श्रद्धालुओं के भारी दबाव से चलते टूट गया.
पुल टूटने से जबर्दस्त भगदड मच गयी जिससे यह हादसा हुआ.
लेकिन प्रशासन से 6 लोगों की मौत की पुष्टि की है.
बताया जा रहा है कि पुल भारी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं के भार के नहीं उठा सका.
हालात इतने बुरे थे कि हादसा होने के बाद परिजन ही घायलों व मृतकों को अस्पताल ले जा रहे थे.
ये पुल बांस का बना था और ये अस्थाई तौर पर बनाया गया था.
मौके पर पहुंचे आरजेडी नेता रामकृपाल यादव ने कहा है कि ये हादसा काफी दुर्भाग्यपूर्ण है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसकी कीमत चुकानी होगी.'
वहीं आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि ये हादसा प्रशासन की विफलता को दर्शाता है.
घटनास्थल पर मृतकों के परिजनों ने इस घटना के खिलाफ प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया.
घटना के वक्त चारों तरफ लोगों के चीखने और चिल्लाने के आवाज आ रही थी.
लोग अपने अपने परिजनों को ढूंढने के लिये इधर उधर भागते हुये दिखायी दे रहे थे.
अदालतगंज से गंगा नदी के पानी तक पहुंचने के लिये बांस और बल्लियों से बनायें गये पुल पर उस समय भारी भीड़ हो गयी जब लोग अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अपने अपने घरों को लौट रहे थे.
जैसे ही पुल चरचराकर टूटा तो लोग उसके नीचे आ गये जिसके चलते अन्य लोगों में जबर्दस्त भगदड़ मच गयी और लोग बुरी तरह से चिल्लाते हुये बेतहाशा इधर उधर भागते हुये दिखायी दे रहे थे.
पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने पटना मेडिकल कालेज अस्पाल में संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने हादसा होते ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पुल पर कोई भगदड़ नहीं हुई है. पुल से उतरने के बाद ढलान वाली जगह पर यह हादसा हुआ.
पीरबहोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगा नदी के अदालत घाट पर एक अस्थायी पुल के ध्वस्त होने के बाद मची भगदड में 18 लोगों की मौत हो गई.
बिहार की राजधानी पटना के विभिन्न अस्पतालों में देर रात तक कई घायलों को मृतकों को लाने का सिलसिला जारी रहा.
हादसे में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए.
तट से दूर हुई गंगा नदी की धारा तक पहुंचने के लिए लकड़ी का यह पुल बनाया गया था.
लकड़ी के बना यह पुल धंस गया जिस कारण पहले अफवाह फैली और बाद में भगदड़ मच गई.
भगदड़ में घायल बच्चे को एंबुलेंस में अस्पताल ले जाता एक युवक.
नीतीश सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं.
सरकार ने मरनेवालों के परिजनों को 2-2 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया है.
भगदड़ के बाद जिसे जो मिला उसी पर घायल अपने परिजनों को लेकर अस्पताल की तरफ भागा.
गंगा घाट पर हुए हादसे पर सियासत भी शुरू हो गई है. आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग कर दी है.
अधिकारियों को मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. आसपास के विभिन्न निजी अस्पतालों में पदाधिकारियों को मृतकों की संख्या पता लगाने को कहा गया है.
इसी पुल के धंसने के बाद भगदड़ मची.
अस्थायी पुल के धंसने के बाद अदालत घाट के पास शाम सात बजे के आसपास मची भगदड़. हादसे के वक्त लोग छठ पर्व का शाम का अर्घ्य देकर घर लौट रहे थे.
हादसे के बाद अस्पतालों में परिजनों का हाल जानने के लिए लोग दौड़े चले आए.
परिजनों का हाल जानने के लिए अस्पतालों के बाहर परिजनों का जमावड़ा लग गया.
हादसे में घायल बच्चे को अस्पताल ले जातीं एक बुजुर्ग महिला.