साल 2012 ऐसी कई घटनाओं का गवाह बना, जिसका असर आने वाले समय में लंबे अरसे तक महसूस किया जाएगा. कुछ घटनाएं सीधे-सीधे आदमी आदमी के 'पॉकेट' पर असर डालने वाली हैं, तो कुछ जनता के सामाजिक, नैतिक व राजनीतिक दायित्वों से जुड़ी हैं. देखिए कुछ बेहद चुनिंदा खबरें...
इस साल अप्रैल माह में डीआरडीओ ने देश के लिए उस समय एक बड़ी उपलब्धि हासिल की, जब 5000 किमी तक मार करने वाली स्वदेश निर्मित मिसाइल अग्नि 5 का सफल परीक्षण किया गया. इसे विकसित कर भारत उन देशों में शामिल हो गया, जिनके पास अन्तरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल आईसीबीएम है. इस क्लब में पहले केवल अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन व चीन ही थे.
यूपीए सरकार ने सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की संख्या 6 तक सीमित कर दी. इससे पहले कई सरकारें सब्सिडी का बोझ कम करने के तौर-तरीकों पर महज माथापच्ची ही करती रही हैं. अलोकप्रिय ही सही, लेकिन ठोस कदम उठाने का साहस यूपीए सरकार ने दिखाया.
सरकार ने जनता को एलपीजी आदि कई चीजों पर दी जाने वाली सब्सिडी की रकम सीधे बैंक खाते में पहुंचाने का इंतजाम कर लिया है. अनुमान है कि इससे कालाबाजारी व दलालों की मुनाफाखोरी पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा.
केंद्र सरकार ने रिटेल सेक्टर में एफडीआई का रास्ता पूरी तरह साफ कर दिया है. कई राज्यों में अब विदेशी स्टोरों की लंबी चेन देखने को मिलेगी. ऐसी आशंका है कि इससे पूरे देश के छोटे व मंझोले दुकानदारों के हित प्रभावित होंगे. बीमा क्षेत्र में भी एफडीआई की सीमा बढ़ा दी गई है.
आतंक व आतंकवाद का 'प्रतीक' बने चुके कसाब को आखिरकार फांसी दे दी गई. समझा जा रहा है कि इससे संसद हमले को दोषी अफजल गुरु को भी फांसी पर लटकाने का रास्ता साफ हो सकेगा.
सीएजी ने हाल के दिनों में सक्रियता दिखाते हुए सरकार के बही-खातों की 'पोल-पट्टी' देशवासियों के सामने रखी है. सीएजी की कई रिपोर्ट 'गंभीर गड़बडि़यों' की ओर संकेत करने वाली बताई जाती है. सीएजी की सक्रियता से सरकार भले ही परेशान हो, पर 'लोकतंत्र के अन्य धड़ों' से उसे तारीफ मिल रही है.
दक्षिण चीन सागर में तेल व गैस की तलाश में भारत चीन की चुनौती को धता बताते हुए अदभ्य साहस का परिचय दे रहा है. भारत ने चीन की धमकियों के आगे झुकने की बजाए उसे मुंहतोड़ जवाब दिया है. इसे अंतरराष्ट्रीय रंगमंच पर भारत के बढ़ते कूटनीतिक प्रभाव का असर समझा जा रहा है.
पहली बार सिविल सोसायटी के दबाव में सरकार ने किसी बिल को लोकसभा में पास करवाया. लोकपाल बिल लोकसभा में तो पास हो गया, पर राज्यसभा में अब तक यह पास नहीं हो सका है.
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) में लाखों लोगों के 'सपने का घर' फिर से बनने लगा है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा मिलने लगा. इसके बाद एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने इसे मंजूरी दे दी.
देश में प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में एक-एक करके कई नाम जुड़ते जा रहे हैं. एनडीए से नीतीश कुमार व नरेंद्र मोदी, यूपीए से राहुल गांधी व पी. चिदंबरम और तथाकथित तीसरे मोर्चे से मुलायम सिंह यादव का नाम सियासी हवा में तैर रहा है.
कमरतोड़ महंगाई पर लगाम कसने की बजाए सरकार ने इस आग को और हवा दे दी. महंगाई के आगे एक आम आदमी खुद को बेबस व लाचार पाता है.
चुनिंदा बड़े मामलों व नामी-गिरामी हस्तियों के खिलाफ जांच करने वाली एजेंसी सीबीआई खुद शक के घेरे में हैं. सीबीआई से रिटायर हो चुके कई बड़े अधिकारी यह स्वीकार कर चुके हैं कि यह जांच एजेंसी दबाव में काम करती है.
भ्रष्टाचार से जूझ रही आम जनता आंदोलन में अपनी सभी समस्याओं के समाधान खोजने का प्रयास कर रही थी. तभी आंदोलन दो धाराओं में बंट गया. इनमें से एक ने सियासत के जरिए समाज में शुचिता लाने का बेड़ा उठाया है.
आंदोलन के रास्ते सियासी गलियारों में पहुंच बनाने में जुटे अरविंद केजरीवाल ने एक नए तरीके की राजनीति शुरू की है. वे आदमी से जुड़े मुद्दों से खुद भी आम आदमी की तरह जुड़ जाते हैं. उनका मानना है कि उनकी पार्टी संसद से नेताओं को भगाने में कामयाब होगी और संसद में एक आम आदमी पहुंच सकेगा. यहां तक कि उन्होंने अपनी पार्टी का नाम भी रखा है आम आदमी पार्टी.
कई अहम मुद्दों पर सत्ता पक्ष को घेरने में नरमी दिखाने का आरोप झेल रही बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी कई गंभीर आरोपों से घिर गए. जनता यह सोचने को मजबूर है कि क्या सत्ता पक्ष व विपक्ष आपस में मिला हुआ है?
देश के लिए हरदम कुबार्नी देने को तैयार रहने वाली सेना में किस हद तक अव्यवस्था है, इसका खुलासा खुद पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने ही कर दिया.
'भारत रत्न' के लिए रेस में आगे चल रहे सचिन तेंदुलकर को आखिरकार राज्यसभा सदस्य मनोनीत कर दिया गया. यह वो दुर्लभ मौका था, जब किसी खिलाड़ी का सक्रिय करियर के दौरान ही इस तरह मनोनयन हुआ हो.
प्रधानमंत्री बनते-बनते आखिरी वक्त में चूक जाने वाले प्रणब मुखर्जी आखिरकार देश के राष्ट्रपति बन गए. बेहद शालीन स्वभाव के प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति के लिए 'महामहिम' संबोधन को गैर-जरूरी ठहराया है.
लंदन ओलंपिक में भारत के अब तक के बेहतरीन प्रदर्शन से खेल-प्रेमियों का दिल 'बाग-बाग' हो गया. अब देश के लोग अपने खिलाडि़यों से 'कुछ ज्यादा' ही अपेक्षा रखने लगे हैं.
कई बार केंद्र सरकार से समर्थन वापसी की धमकी देने वाली तृणमूल कांग्रेस ने आखिरकार वैसा कर ही दिखाया. यह अलग बात है कि यूपीए सरकार तृणमूल कांग्रेस के बिना भी सरपट दौड़ रही है.
केंद्र सरकार ने एक अहम निर्णय करते हुए 18 साल से कम आयु की लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने को पूरी तरह से गैर-कानूनी करार दिया है. सरकार ने इस बारे में एक विधेयक तैयार किया था, जिसे अप्रैल में कैबिनेट ने मंजूरी दे दी.
आजतक के 'ऑपरेशन धृतराष्ट्र' में पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद व उनकी पत्नी लुईस खुर्शीद द्वारा संचालित ट्रस्ट में गड़बड़ी की बात सामने आई. फिलहाल मामला अदालत में है.
नरेंद्र मोदी ने गुजरात में लगातार तीसरी बार सत्ता की हैट्रिक जमाकर बीजेपी की उम्मीदों को हरा-भरा कर दिया है. इसके साथ ही अगले आम चुनाव में मोदी की प्रधानमंत्री पद की दावेदारी भी पुख्ता समझी जा रही है.
साल 2012 की ऐसी दुखद विदाई की शायद ही किसी ने कल्पना की हो. दिल्ली में एक लड़की चलती बस में वीभत्स तरीके से गैंगरेप की शिकार बनी, जिससे देशभर में आक्रोश फैल गया. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुए और सरकार मानो नींद से जाग उठी. फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन की मंजूरी मिलने से ऐसे ही मामलों में न्याय की उम्मीद बढ़ी है.