आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद के व्यस्ततम इलाके दिलसुखनगर में गुरुवार की शाम एक के बाद एक दो धमाकों में 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
हैदराबाद के दक्षिणी हिस्से में मूसी नदी के दक्षिण स्थित दिलसुखनगर व्यस्ततम बाजार है. जिस समय धमाके हुए उस समय लोग घरों को लौट रहे थे.
प्रारंभिक सूचना में बताया गया है कि बम साइकिल पर टिफिन बॉक्स में रखे गए थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुछ ही मिनट के अंतराल पर उन्होंने 2 जोरदार विस्फोटों की आवाज सुनी. पुलिस ने बम विस्फोट की पुष्टि तो की है, लेकिन उनकी संख्या पर कुछ भी नहीं कहा है.
पहला धमाका शाम सात बजे वेंकटाद्रि थिएटर के सामने स्थित एक टिफिन सेंटर में हुआ. दूसरा धमाका इसके कुछ ही सेकेंड के बाद कोणार्क थिएटर के समीप हुआ. दोनों सिनेमाघर महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित हैं.
दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आनन-फानन में दिए गए अपने प्रेस वक्तव्य में कहा कि हमला होने की खुफिया जानकारी सरकार को थी और राज्यों को इस बारे में सतर्क कर दिया गया था. शिंदे ने संवाददाताओं से कहा, 'सरकार को दो दिनों पहले ही हमला किए जाने की खुफिया सूचना मिली थी, जिससे सभी राज्यों को अवगत करा दिया गया था.'
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार शाम हैदराबाद में हुए विस्फोट को 'कायराना हमला' करार दिया और कहा कि इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण के साथ बजट सत्र का आगाज हो गया है. संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने सकारात्मक बजट सत्र उम्मीद जताई.
पिछले महीने नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से किए गए हमले में दो भारतीय सैनिकों की हत्या तथा एक का सिर काटे जाने की घटना में पाकिस्तानी सैनिकों के साथ ही आतंकवादी संगठनों जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तय्यबा के आतंकवादियों की टीम का भी हाथ था. रक्षा मंत्रालय और सेना के अधिकारियों द्वारा गुरुवार को रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति को दी गयी जानकारी से यह सूचना मिली है.
भारत के साथ कारगिल विवाद को खत्म करने के मकसद से जुलाई, 1999 में तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ समझौता किया था, लेकिन उन्हें उस वक्त यह डर सता रहा था कि उनकी सेना उन्हें मुश्किल में डाल सकती है.