नेपाल में मंगलवार 12 मई 2015 को आए भूकंप में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 150 से अधिक लोग घायल हो गए.
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता कमल सिंह बाम ने कहा कि सिंधुपालचौक जिले के चौतारा कस्बे में चार, जबकि काठमांडू में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई है.
बाम ने कहा कि ताजा भूकंप के झटाकों के कारण मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि अन्य इलाकों से खबरें आनी अभी बाकी हैं.
नेपाल में ताजा झटके के बाद दर्जनों इमारतें धराशाई हो गई हैं.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर और पूर्व भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र नेपाल में बताया जा रहा है, जिसकी तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 7.4 मापी गई है.
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि भूकंप के झटके दिल्ली के साथ-साथ बिहार, यूपी, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान गुवाहाटी, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ समेत कुछ नॉर्थ ईस्ट इलाकों में भी महसूस किए गए.
भूकंप के ताजा झटकों के कारण बिहार में दो लोगों की मौत हो गई है.
नेपाल के साथ ही अफगानिस्तान में भी भूकंप आया, जहां इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई.
भूकंप का केंद्र चीन-नेपाल सीमा से लगे तिब्बत क्षेत्र में झाम शहर के दक्षिण पूर्व 22 किलोमीटर दूर और जमीन के नीचे 18.5 किलोमीटर की गहराई में स्थित था.
चीन के भूकंप नेटवर्क केंद्र ने कहा है कि रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई है और इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था.
बीते महीने 25 अप्रैल को आए भूकंप के झटकों से ऊबर रहे नेपाल में अभी तक 8 हजार से अधिक लोग धरती की कंपन के शिकार हो चुके हैं.
भूकंप के झटके आने के बाद लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत मुश्किल की इस घड़ी में नेपाल के साथ है.