उत्तर प्रदेश के अयोध्या में VHP की 84 कोसी परिक्रमा को लेकर माहौल गरमा गया है. परिक्रमा को रोकने के लिए यूपी सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है. वीएचपी (विश्व हिंदू परिषद) के अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया, रामविलास वेदांती और नृत्य गोपाल दास जैसे तमाम बड़े नेताओं की गिरफ्तारी हो चुकी है.
वीएचपी नेता इसे पूरी तरह से धार्मिक यात्रा बता रहे हैं और उनका कहना है कि सरकार को इससे कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय नेता प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि यह एक धार्मिक यात्रा है और शांत, अहिंसक तरीके से होगी. हम अयोध्या में राम मंदिर बनवाकर रहेंगे.
84 कोसी परिक्रमा पर रोक पर साधु-संत ने भी अपना विरोध जताया.
वीएचपी नेता अशोक सिंघल ने कहा कि क्या इस देश में हिंदू होना, राम भक्त होना अपराध है? हमें बिना किसी अपराध के गिरफ्तारी का वारंट है. हम अपनी तीर्थ यात्रा पर जा रहे हैं.
पूरी अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गया है.सरयू घाट और आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं. फैजाबाद और अयोध्या समेत गोंडा, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, बहराइच, बस्ती जिलों में धारा 144 लागू है. बाराबंकी से फैजाबाद के सभी रास्तों पर पुलिस और दूसरे सुरक्षा बल तैनात हैं.
अयोध्या में पूरी तरह से आवाजाही को रोका गया है.
वहां की पुलिस ने भी कहा कि अगर किसी ने भी धारा 144 का उल्लंघन किया तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा.
साधु-संत भी इस धार्मिक यात्रा पर लगी रोक से नाराज हैं.
वीएचपी नेता अशोक सिंघल को लखनऊ कोर्ट के बाहर गिरफ्तार किया गया.
सिंघल कहा है कि अगर हमें यात्रा नहीं निकालने दी गई तो 18 अक्टूबर से बड़ा आंदोलन होगा. जबकि कल से ही पूरे देश में धरना प्रदर्शन होंगे.
अपनी गिरफ्तारी को लेकर अशोक सिंघल ने कहा कि क्या इस देश में हिंदू होना जुर्म है?
वीएचपी के आला नेताओं की गिरफ्तारी पर समर्थकों ने खूब हंगामा किया.