हादसों की कोई कीमत नहीं होती है. जाने-अनजाने में प्राकृतिक या मानवीय
गलतियों के बाद दुनिया को कई बार बड़े हादसों का सामना करना पड़ा. आगे
जानिए दुनिया के 10 हादसों के
बारे में, जो हैं दुनिया के सबसे महंगे खतरनाक हादसे.
चर्नोबिल हादसा: इस हादसे को इतिहास में घटित सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना माना जाता है. 26 अप्रैल 1986 में यूक्रेन में हुए इस परमाणु रिएक्टर में विस्फोट होते ही फैले रेडिएशन से करीब 31 लोगों की फौरन मौत हो गई. जबकि
इस हादसे से करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए. न्यूक्लियर रेडिएशन की वजह से आधा यूक्रेन प्रभावित रहा.
इस हादसे में 16 हजार करोड़ रुपये(18 बिलियन रबल) का
नुकसान हुआ.
कोलंबिया स्पेस शटल: साल 2003 में हुए इस हादसे में भारतीय
मूल की कल्पना चावला समेत सातो अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो
गई थी. इस हादस में करीब 7 लाख 98 हजार करोड़ रुपये(13
बिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ था.
चैट्सवर्थ ट्रेन हादसा: लॉस एंजेलिस के पास चैट्सवर्थ में 2008 में दो ट्रेनों के बीच बड़ा हादसा हुआ. इस हादसे में एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के आ जाने से 25 लोगों को अपनी जान गंवानी
पड़ी. इस हादसे में करीब तीन हजार करोड़ रुपये(500 मिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ.
B-2 स्टील्थ हेवी बॉम्बर क्रैश: यूनाइटेड स्टेट का हेवी B-2 बॉम्बर 2008 में उस वक्त हादसे का शिकार हो गया, जब वो रन-वे से उड़ान भर रहा था. खुशकिस्मती से इस हादसे में किसी पायलट की
मौत नहीं हुई. लेकिन इस हादसे ने अमेरिका को बड़ा झटका दिया. इस हादसे में करीब 8600 करोड़ रुपये(करीब 1.4 बिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ.
Exxon Valdez oil spill: अलास्का के सागर में मार्च 1989 में Exxon Valdez नामक जहाज टैंक के प्रिंस विलियम साउंड से टकरा जाने पर एक करोड़ गैलन से भी ज्यादा कच्चा तेल समुद्र में बह गया. हादसे के हो जाने से बिखरा तेल करीब 2100 किलोमीटर तक फैल गया. एक आंकलन के मुताबिक, हादसे के बाद सफाई अभियान में करीब 15 हजार करोड़ रुपये (2.5 बिलियन
डॉलर) का खर्च आया.
Piper Alpha Oil Rig: 1988 में हुए इस हादसे में करीब 167
लोगों की मौत हो गई थी. स्कॉटलैंड के पास अबरडीन तट पर हुए
इस हादसे ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था. इस जगह पर पहले
तेल निकाला जाता था लेकिन हादसे के दिन गैस को निकालने की
कोशिशों के दौरान यह हादसा हुआ. इस हादसे में करीब 2 लाख
करोड़ रुपये( 3.5 बिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ.
प्रेसटिज ऑयल हादसा: साल 2002 में हुए इस हादसे में करीब 7
लाख 37 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. प्रेसटिज ऑयल टैंकर
करीब 77 हजार टन तेल लेकर जा रहा था, तभी इसके 12 टैंक्स में
से एक में विस्फोट हो गया. जिसके बाद तेल समंदर में फैल गया. हादसे के
बाद शिपिंग इंडस्ट्री को भी काफी नुकसान पहुंचा था.
स्पेस शटल चैलेंजर हादसा: उड़ान भरने के तीन सेकेंड बाद ही
जनवरी 1986 में स्पेस शटल चैलेंजर हादसे का शिकार हो गया.
इस हादसे के बाद स्पेस जाने वाले कार्यक्रमों में नए तरीके से काम
करना शुरू किया गया. इस हादसे से करीब 3 लाख 28 हजार
करोड़ रुपये( 5.5 बिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ.
टाइटैनिक: 1912 में टाइटैनिक जहाज के डूबने से करीब 923 करोड़ रुपये(150 मिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ. हादसे में 1500 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
टाइटैनिक जहाज की बनावट शाही अंदाज की थी.
Wiehthal bridge:
जर्मनी में विथल ब्रिज अपनी मजबूत बनावट के लिए जाना जाता है. लेकिन मजबूत बनावट के बाद भी यह ब्रिज हादसे का शिकार होने से नहीं बच सका. अगस्त
2004 को 32 हजार लीटर तेल लेकर ब्रिज पर से जा रहा टैंकर हादसे का शिकार हो गया. हादसे के बाद टैंकर ब्रिज की रेलिंग को तोड़ता हुआ नीचे जा गिरा और उसमें एक भयानक विस्फोट हुआ. इस विस्फोट से पुल को भारी नुकसान पहुंचा और उस वक्त उसकी मरम्मत में करीब 40 मिलियन डॉलर का खर्च आया. हालांकि बाद में पुल को फिर से बनाने में करीब 2200 करोड़ रुपये(318 मिमियन डॉलर) खर्च हुए.