दोबारा प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी
2019 चुनावी साल रहा. अप्रैल से मई तक चले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर राजनीतिक विरोधियों को पछाड़ते हुए नरेंद्र मोदी सबसे बड़े नेता बनकर उभरे और फिर अपने दम पर चुनाव जीत लिया. 2018 में दिसंबर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नतीजों ने भाजपा को झटका दिया था ऐसे में 2019 की शुरुआत भाजपा के लिए शानदार नहीं थी. लेकिन मोदी ने एक बार फिर चुनावी करिश्मे और जोड़ीदार अमित शाह की रणनीति के दम पर विरोधियों को गलत साबित किया.
23 मई को आए नतीजों से पहले जितने भी सर्वे आए उसमें भाजपा बहुमत से दूर थी, लेकिन जब नतीजे आए तो हर कोई हैरान हो गया. भाजपा ने अकेले दम पर 300 का आंकड़ा पार किया, NDA 350 से अधिक पहुंच गया. नरेंद्र मोदी एक ऐसी गैर-कांग्रेसी सरकार के प्रधानमंत्री बने जो लगातार दो बार बहुमत के साथ सत्ता में आई. राफेल विमान के दाग, अर्थव्यवस्था के बुरे हार, नोटबंदी समेत कई ऐसे मुद्दों को पछाड़ नरेंद्र मोदी ने कुछ ऐसा माहौल बनाया कि पूरा चुनाव का मुद्दा ही बदल गया और माहौल मोदी बनाम विपक्ष की तरह बन गया. जिसमें नरेंद्र मोदी की महाजीत हुई.