कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोग तरह-तरह की सावधानियां बरत रहे हैं. तो वहीं बिहार के सासाराम से पांच बार विधायक रहे 65 वर्षीय बीजेपी नेता जवाहर प्रसाद ने संकल्प लिया है, कि जब तक कोरोना का संक्रमण देश से खत्म नहीं होता, तब तक जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे. बीजेपी नेता पिछले छह माह से नंगे पैर हैं. (सासाराम से मनोज सिंह की रिपोर्ट)
जानकारी के मुताबिक, बीते मार्च महीने में ही उन्होंने अपने पांव से चप्पल व जूते त्याग दिए थे और तब से नंगे पांव रह रहे हैं. यहां तक कि कई कार्यक्रमों में भी उन्हें नंगे पांव ही देखा जाता है. पूर्व विधायक के इस अनोखे संकल्प की आसपास के इलाके में खूब चर्चा है.
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार चल रहा है. पूर्व विधायक चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं. वे घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं, लेकिन उनके पांव में न तो जूते हैं और न चप्पल. ये नजारा देख लोग हैरान हैं, पूछने पर पता चलता है कि ये तो नेताजी का संकल्प है कि कोरोना का संक्रमण खत्म न होने तक वे नंगे पांव रहेंगे.
क्या कहते हैं पूर्व विधायक
सासाराम से पांच बार विधायक रह चुके जवाहर प्रसाद कहते हैं कि जब तक कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म नहीं होगा, उनका संकल्प जारी रहेगा. राजनीतिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए शहर से बाहर जाना हो या फिर चुनावी सीजन शुरू होने पर गांव, मोहल्लों और शहरों में भ्रमण करना हो, हर परिस्थिति में वह नंगे पांव ही लोगों के बीच जा रहे हैं.
विरोधी बता रहे चुनावी स्टंट
जवाहर प्रसाद भाजपा से जुड़े हुए हैं और पिछली बार के विधानसभा चुनाव में थोड़े ही अंतर से चुनाव हारे थे. ऐसे में विरोधियों का कहना है कि यह उनका चुनावी स्टंट है. लोगों के बीच सहानुभूति बंटोरने के लिए वह ऐसा कर रहे हैं. लेकिन इससे कुछ होने जाने वाला नहीं है. ऐसे भी धार्मिक प्रवृत्ति के होने के कारण वह ज्यादातर चप्पल-जूते का उपयोग आम दिनों में भी कम ही करते थे.