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आज का दिन: त्रिवेंद्र सिंह रावत की हुई विदाई, कौन बनेगा उत्तराखंड का नया CM?

त्रिवेंद्र सिंह रावत को कल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और अब से चंद घंटों में राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा इसका पता लग जाएगा. त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके.

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पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (फाइल फोटो)
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (फाइल फोटो)

आज का दिन उत्तराखंड की राजनीति में अहम् होने वाला है. त्रिवेंद्र सिंह रावत को कल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और अब से चंद घंटों में राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा इसका पता लग जाएगा. त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और उन्हें 4 साल पूरे होने से 9 दिन पहले ही इस्तीफा देना पड़ गया. राज्य के गठन को 20 साल हुए हैं और अब तक एक ही ऐसे CM हुए जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया. इस बारे में आपको बताएंगे प्रभाष दत्ता और आज देहरादून मे पूरे दिन क्या घटेगा ये जानकारी दे रहे हैं हमारे सहयोगी आशुतोष मिश्रा.

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भारत से जुड़े मसलों का शोर अब लंदन तक सुनाई दे रहा है. ब्रिटिश संसद के वेस्टमिंस्टर कमेटी रूम में भारत में 'किसानों की सुरक्षा' और 'प्रेस की आज़ादी' से जुड़े ई-पीटिशन अभियान पर चर्चा हुई. भारतीय उच्चायोग ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. कहा कि "हमें बेहद अफ़सोस है कि एक संतुलित बहस की जगह बिना किसी सत्यता या तथ्यों के झूठे दावे किए जा रहे हैं. दुनिया के सबसे बड़े कामकाजी लोकतंत्र और उसके संस्थानों पर आक्षेप लगाए जा रहे हैं.” लेबर पार्टी, लिबरल डेमोक्रेट्स और स्कॉटिश नेशनल पार्टी के कई सांसदों ने विरोध प्रदर्शन पर मोदी सरकार की प्रतिक्रिया को लेकर चिंता ज़ाहिर की है जिस पर ब्रिटिश सरकार ने कहा कि जब दोनों देश के पीएम मिलेंगे तब ये चिंताएँ उठाई जाएँगी. अब ज़ाहिर है भारत को इस बात का अच्छा तो लगना था ही नहीं. हमने बात की इंटरनेशनल अफ़ेयर्स के एक्सपर्ट प्रोफ़ेसर हर्ष पंत से और जाना कि क्या भारत की सरकार पर प्रेशर बन रहा है किसान आंदोलन के मामले में?

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यदि आप कार ख़रीदना चाह रहे हैं तो एक ख़बर आपके लिए है. ना ख़रीदना चाह रहे हों फ़िलहाल तो भी है. एक नया नियम आया है. अब सभी गाड़ी में ड्राइवर के साथ जो को-पैसेंजर सीट होती है वहां भी एयरबैग देना अनिवार्य होगा. 1 अप्रैल 2021 से नया नियम लागू होना है. मौजूदा कार मॉडल्स के लिए नया नियम इसी साल 31 अगस्त से लागू होगा लेकिन इसमें यही पर एक confusion है. वो ये है कि उन गाड़ियों का क्या होगा, जो पहले से सड़क पर बिना airbags के दौड़ रही हैं? कई जगह ऐसी भी ख़बरें आपने पढ़ी या सुनी होंगी कि ऐसी गाडियों में आपको airbags फिट करवाने होंगे, नहीं तो चालान कटेगा। क्या वाकई में ऐसा होगा और फिर क्या ये मुमकिन है कि आप कार में अलग से एयरबैग लगवा सकें? साथ ही उन बदलावों को भी समझिए, जिसे सरकार ने मंजूर कर  लिया है और क्या इस decision का असर कॉस्ट पर भी पड़ेगा? बता रहे हैं ऑटो टुडे मैगज़ीन के एसोसिएट एडिटर राहुल घोष.

साथ ही आज की तारीख का इतिहास और अख़बार का हाल तो है ही. ये सब कुछ सिर्फ आधे घंटे के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ.

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आज का दिन सुनने के लिए यहां क्लिक करें

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