राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले आम आदमी पार्टी ने एक बड़ा ऐलान किया है. AAP ने बयान जारी कर ऐलान किया है कि वह दिल्ली की सभी विधानसभाओं में सुंदरकांड का आयोजन करेगी. पार्टी के बयान के मुताबिक विधायक और पार्षद हर महीने के पहले मंगलवार को सुंदरकांड का आयोजन करेंगे. पार्टी के मुताबिक सुंदरकांड के साथ-साथ हनुमान चालीसा का भी आयोजन किया जाएगा.
बता दें कि 22 जनवरी को होने जा रही राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश में सियासत भी जारी है. कांग्रेस और AAP सहित विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. माना जा रहा है कि हर महीने के पहले मंगलवार को सुंदरकांड और हनुमान चालीसा कराने का फैसला आम आदमी पार्टी ने राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी से पिछड़ने के डर से लिया है.
बता दें कि 22 जनवरी को श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इससे पहले 16 जनवरी के राम लला की पुरानी और नई दोनों मूर्तियां नए राम मंदिर में स्थापित की जाएंगी. इसके अतिरिक्त, भगवान राम की मूर्ति का नेत्र आवरण 22 जनवरी को पीएम मोदी द्वारा खोला जाएगा. 22 जनवरी को, प्राण-प्रतिष्ठा से पहले, पीएम मोदी ने इस अवसर पर श्रद्धा रखते हुए सभी धार्मिक प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं का पालन करने की प्रतिबद्धता जताई है. वहीं, पीएम मोदी ही भगवान राम का नेत्रपट खोलेंगे.
किन-किन नेताओं को मिला न्योता
राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को न्योता मिला है. अब तक कांग्रेस की ओर से स्पष्ट नहीं किया गया है कि पार्टी के नेता अयोध्या में होने वाले समारोह में शामिल होंगे या नहीं. इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू यादव को भी बुलाया गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी निमंत्रण मिला है. ट्रस्ट की ओर से लेफ्ट पार्टी के नेताओं को बुलाया गया है. इसको लेकर सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने स्पष्ट कर दिया है कि वो इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे.इसके अलावा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को अबतक निमंत्रण नहीं मिला है. पार्टी नेता डिंपल यादव ने कहा है कि अगर उन्हें न्योता मिलेगा, तो वो अयोध्या जरूर जाएंगे. अगर न्योता नहीं मिलेगा तो वो भगवान के दर्शन करने के लिए बाद में जाएंगे.